उत्तर प्रदेश के इटावा जिले से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। यहां रोडवेज के कैश रूम से डेढ़ कुंतल की तिजोरी ही चोरी हो गई। उस तिजोरी में 10 लाख रुपये रखे हुए थे। ये 10 लाख रुपये बसों की तीन दिन की कमाई के जमा थे। घटना पर हर कोई हैरानी जता रहा है क्योंकि तिजोरी का वजन डेढ़ कुंतल था। फिलहाल इस मामले में डिपो के कैशियर और दो सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ मंगलवार को मुकदमा दर्ज कर उन्हें हिरासत में ले लिया गया है।
मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के इटावा क्षेत्रीय कार्यालय के तहत सैफई डिपो के कैशरूम में रखी 10 लाख रुपये से भरी लगभग डेढ़ क्विंटल की तिजोरी 13 नवंबर की रात चोरी हो गई।
तिजोरी में रखे थे 10 लाख रुपये
उन्होंने आगे बताया कि बैंक बंद होने की वजह से आगरा-कानपुर-लखनऊ- दिल्ली रूट पर चलने वाली बसों में यात्रियों से मिले किराये के 10 लाख रुपये डिपो के कैशरूम की तिजोरी में ही रखे गए थे। तिजोरी गायब होने की सूचना रोडवेज परिसर में रात के समय ड्यूटी पर तैनात एक प्राइवेट कम्पनी के सुरक्षाकर्मी विनोद कुमार और अवनीश ने अपने सिक्योरिटी सुपरवाइजर धीरज सिंह को रात में ही दी थी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सुरक्षाकर्मियों का दावा है कि डिपो का कैशियर फरमान सिंह सोमवार शाम बसों से इकट्ठा किये गए किराये को तिजोरी में रखकर अपनी ड्यूटी खत्म करके घर चला गया था। आधी रात के बाद दोनों सुरक्षाकर्मियों की आंख लग गई। आंख खुलने पर देखा कि कैशरूम का ताला खुला पड़ा है और तिजोरी गायब है।
उन्होंने बताया कि डिपो के सुपरवाइजर धीरज सिंह ने तिजोरी चोरी होने की सूचना पुलिस को दी। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण क्षेत्र) सत्यपाल सिंह ने बताया कि इस मामले में मौके पर मौजूद लोगों से पूछताछ और खोजबीन की गई लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे की डिवाइस खराब पाई गई। उन्होंने बताया कि इस मामले में सैफई डिपो के केन्द्र प्रभारी शांति स्वरूप की तहरीर पर मंगलवार को कैशियर फरमान सिंह, सुरक्षाकर्मी विनोद कुमार और अवनीश के खिलाफ मुकदमा दर्जकर तीनों को हिरासत मे ले लिया गया है। फिलहाल मामले में आगे की जांच की जा रही है।