कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी के बयान को भ्रामक बनाकर पेश करने के आरोप में छत्तीसगढ़ में दर्ज शिकायत रायपुर पुलिस कोर्ट वारंट के साथ मंगलवार (5 जुलाई) को जी न्यूज चैनल के एंकर रोहित रंजन को गिरफ्तार करने के लिए गाजियाबाद उनके आवास पर पहुंची थी। यहां थोड़ी ही देर बाद गाजियाबाद पुलिस भी पहुंच गई थी, जिनकी रायपुर पुलिस टीम के साथ नोंक-झोंक भी हुई, लेकिन बाद में एंकर को नोएडा पुलिस अपने साथ लेकर चली गई थी। अब इस मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस ने टीवी एंकर रोहित रंजन को फरार घोषित कर दिया है।
चंद मिनट पहले दर्ज हुई FIR: इसी कड़ी में सामने आया है कि जब रायपुर पुलिस एंकर रोहित रंजन की गिरफ्तारी के लिए गाजियाबाद पुलिस से भिड़ी थी, तभी 5 जुलाई की सुबह 8:33 बजे नोएडा पुलिस ने एंकर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। फिर मामले में पूछताछ की बात कहकर टीवी एंकर रोहित रंजन को नोएडा पुलिस अपने साथ लेकर चली गई थी। जबकि चैनल की तरफ से दर्ज कराई गई मूल प्राथमिकी में रोहित रंजन का नाम नहीं था।
इन धाराओं में दर्ज की थी एफआईआर: नोएडा पुलिस ने बाद में रंजन पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 505 (2) (सार्वजनिक शरारत और दुश्मनी के लिए अनुकूल बयान) के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया था। मंगलवार को पूरा दिन रोहित रंजन नोएडा पुलिस की गिरफ्त में रहे और फिर शाम को उन्हें जमानत दे दी गई। इस दौरान रायपुर पुलिस ने आरोप लगाया था कि उनके पास कोर्ट का वारंट था, फिर भी उन्हें काम करने से रोका गया।
राहुल गांधी के बयान से जुड़ा है मामला: हालांकि जिस शिकायत पर प्राथमिकी आधारित है, वह चैनल के दो पूर्व कर्मचारियों के खिलाफ जी मीडिया कॉरपोरेशन के प्रतिनिधि बीआर वेंकटरमण द्वारा 3 जुलाई को दर्ज कराई गई थी। इस मामले में जी न्यूज ने राहुल गांधी के एक भ्रामक वीडियो को प्रसारित करने पर माफी भी मांगी थी, जिसमें राहुल गांधी के वायनाड में दिए गए बयान को उदयपुर में हुई कन्हैया लाल की हत्या से जोड़ा गया था।
टीवी एंकर को घोषित किया ‘फरार’: टीवी एंकर को नोएडा पुलिस द्वारा 5 जुलाई की शाम को जमानत पर छोड़े जाने के बाद से छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस तलाश में जुटी थी। काफी मशक्कत के बाद भी जब रोहित रंजन नहीं मिले तो रायपुर पुलिस फिर से बुधवार यानी 6 जुलाई को उनके आवास पर पहुंची थी, जहां वह नहीं मिले।
ऐसे में रायपुर पुलिस टीम ने ट्वीट कर बताया कि “टीम आज सुबह करीब 9 बजे आरोपी रोहित रंजन के गाजियाबाद स्थित निवास पहुंची थी। लेकिन घर लॉक एवं आरोपी फरार पाए जाने से आरोपी का फरारी पंचनामा तैयार किया गया है। इसके अलावा अन्य संभावित स्थानों में भी आरोपी की पतासाजी (छानबीन) की जा रही है।
एक जगह तीन पुलिस और हाई-वोल्टेज ड्रामा: हालांकि, रोहित रंजन के गिरफ्तारी के लिए हाई-वोल्टेज ड्रामा चला, जिसमें छत्तीसगढ़ पुलिस के बाद गाजियाबाद और नोएडा पुलिस भी रंजन के घर पर पहुंच गई थी। यहां रोहित रंजन की हिरासत को लेकर दोनों राज्यों के पुलिस अधिकारियों के बीच गरमागरम बहस हुई और बाद में हाथापाई भी हुई थी।