मध्य प्रदेश के गुना जिले में एक भजीते पर उसके चाचा की हत्या करने का आरोप है। मृतक 45 साल के व्यापारी थे। वे अक्सर अपने भतीजे के साथ लेन-देन किया करते थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, यही पैसा दोनों के बीच विवाद की वजह बन गया। आरोप है कि 90 हजार के कर्ज को लेकर भतीजे ने अपने 45 साल के चाचा को जान से मार दिया। मृतक का नाम विवेक शर्मा है। उन पर 90 हजार का कर्ज था। वहीं आरोपी भतीजे का नाम मोहित है। इंडिया टुडे में छपी रिपोर्ट के अनुसार, भतीजे ने अपने चाचा को मारने से पहले चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर पिलाया। इसके बाद उसने हत्या की और शव के 6 टुकड़े कर ठिकाने लगा दिया। मोहित ने शव के टुकड़ों को पॉलिथीन बैग में भरकर गड्ढों के अंदर छिपा दिया था। पुलिस के अनुसार, मोहित ने चाचा के सिर को धड़ से अलग कर दिया था। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
दरअसल, यह जघन्य अपराध तब सामने आया जब पीड़ित का शव गुना जिले के गोपीकृष्ण सागर बांध के पास एक गड्ढे में मिला। घटनास्थल के पास ही उसकी मोटरसाइकिल मिली थी। पुलिस के मुताबिक, विवेक 12 जुलाई को आरोपी मोहित से 90,000 रुपये लेने के लिए अपने घर से निकला था। आरोपी मोहित एक मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव है। जब मृतक विवेक उसके घर पहुंचा को उसने कथित तौर पर विवेक की चाय में नशीला पदार्थ मिला दिया, जिससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद मोहित ने कथित तौर पर चाकू से अपने चाचा के शरीर को छह टुकड़ों में काट दिया। हत्या के वक्त घर में आरोपी मोहित की बहन भी मौजूद थी। इसके बाद उसने गोपीकृष्ण सागर बांध के पास तीन गड्ढे खोदे और शरीर के हिस्सों को प्लास्टिक की थैलियों में लपेटकर दफना दिया। शव को ठिकाने लगाने के बाद वह मौके से फरार हो गया।
विवेक जब घर नहीं लौटा तो उसके परिवार वालों को टेंशन होने लगी। उन्होंने काफी देर विवेक के लौटने का इंतजार किया जब वह घर नहीं आया तो पुलिस से संपर्क कर गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की और पीड़ित का पता लगाने के लिए सर्च टीम भेजी।
आरोपी ने पुलिस को किया गुमराह
पुलिस ने लोकेशन ट्रैक करने के बाद मोहित से पुलिस करनी शुरू कर दी। शुरुआत में तो उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। हालांकि लगातार पूछताछ करने पर उसने अपराध कबूल कर लिया। इसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और विवेक के शरीर के टुकड़े बरामद किए।
मोहिता का सिर धड़ से अलग हो गया था
पुलिस ने पाया कि विवेक का सिर धड़ से अलग था। मृतक की पहचान उसके परिजनों ने उसकी अंगूठी और हथकड़ी से की। इसके बाद पुलिस ने पीड़िता के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। मामले की जानकारी होने पर पीड़ित परिवार ने कैंट थाने के बाहर पुलिस की गाड़ी में तोड़फोड़ की। पुलिस के मुताबिक, विवेक पैसों की लेनदेन करने के लिए अक्सर मोहित के घर जाता था। मोहित की बहन और उसका जीजा उसी घर में थे जहां विवेक की हत्या की गई थी। फिलहाल पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।
