पूर्व क्रिकेटर और पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीपीसीसी) के पूर्व प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू इस समय पटियाला सेंट्रल जेल में सजायाफ्ता हैं। जब सिद्धू आम जीवन में थे तो वह बयानों से चर्चा में रहते थे लेकिन जब वह जेल में हैं तब भी सुर्ख़ियों में हैं। इस बार कारण यह है कि सिद्धू जिस दूसरे कैदी से फल वगैरह मंगवाते थे, उसी ने उनके कैंटीन कार्ड में खेल कर दिया।

जब नवजोत सिंह सिद्धू ने इस मामले में शिकायत की तो जेल प्रशासन ने उनके बैरक में साथ रह रहे कैदी को दूसरे सेल में शिफ्ट कर दिया। सिद्धू 34 साल पुराने एक मामले में एक साल के कठोर कारावास की सजा काट रहे हैं। सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि वह (सिद्धू) फल खरीदने के लिए दो कैदियों को अपना कैंटीन कार्ड देते थे।

नवजीत कौर के मुताबिक, इस कैंटीन कार्ड की लिमिट 15 हजार रुपए प्रति महीने की थी। कुछ दिनों पहले सिद्धू ने पाया कि कैंटीन कार्ड रिचार्ज होने के कुछ दिन बाद ही इसकी लिमिट खत्म हो गई। जिसके बाद इस मामले में शिकायत दर्ज की गई थी। कैंटीन कार्ड की लिमिट खत्म होने का मतलब यह था कि सिद्धू जिन कैदियों को अपना कार्ड देते थे, उन्होंने इसका दुरुपयोग किया था।

इस मामले में पंजाब के पुलिस महानिदेशक (कारागार) हरप्रीत सिंह सिद्धू ने जवाब देते हुए कहा कि सिद्धू ने जेल अधिकारियों को सूचना दी है कि उनके एक साथी कैदी ने उनके कैंटीन कार्ड का दुरुपयोग किया है। इस संबंध में जांच की गई तो मामले की पुष्टि हो गई, जिसके बाद एक कैदी को वार्ड से बाहर कर दूसरे सेल में भेज दिया गया।

वहीं पुलिस महानिदेशक (कारागार) हरप्रीत सिद्धू ने उन खबरों का भी खंडन किया है, जिनमें यह कहा गया था कि नवजोत सिंह सिद्धू की जेल में किसी अन्य कैदी के साथ झगड़ा व बहस हुई थी। पुलिस महानिदेशक सिद्धू के मुताबिक, वह (नवजोत सिंह सिद्धू) किसी झगड़े के मामले में शामिल नहीं थे।

उन्होंने बताया कि जहां तक ​​​​मामला कैदियों को ट्रांसफर करने का है तो वह जेल की एक सामान्य प्रक्रिया है। जेल प्रशासन द्वारा नवजोत सिंह सिद्धू की सुरक्षा के साथ किसी तरह का समझौता नहीं किया गया है।