Nagpur Looteri Dulhan: किसी क्राइम थ्रिलर की तरह, 35 साल की समीरा फ़ातिमा को बुधवार दोपहर कम से कम आठ पुरुषों को शादी के लिए झांसा देने और कानूनी कार्रवाई का डर दिखाकर उनसे पैसे ऐंठने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार महीनों से फरार चल रही आरोपी को आखिरकार उसके नए पति ने नागपुर पुलिस के साथ मिलकर सिविल लाइंस स्थित मशहूर डॉली की टपरी में एक नाटकीय जाल में फंसा लिया।

रजिस्टर्ड मैरेज के लिए डालती थी दबाव

रिपोर्ट के अनुसार समीरा का काम करने का तरीका जितना चालाकी भरा था, उतना ही सोच-समझकर किया गया भी था। वह सोशल मीडिया या मैट्रिमोनियल साइट्स पर एक खास समुदाय के पहले से शादीशुदा पुरुषों को निशाना बनाती थी और खुद को एक विधवा स्कूल टीचर के रूप में पेश करती थी जो इमोशनल कैंपेनियन की तलाश में है। सहानुभूति मिलने के बाद, वह रजिस्टर्ड मैरेज के लिए दबाव डालती थी। शादी के बंधन में बंधने के तुरंत बाद, उसका लहजा बदल जाता था।

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कथित तौर पर वह अपने पतियों को मानसिक रूप से परेशान करना शुरू कर देती थी, चुपके से बातचीत रिकॉर्ड करती थी, उन्हें दूसरों के बारे में बुरा-भला कहने के लिए मजबूर करती थी, और बाद में गलतफहमी पैदा करने के लिए एडिटेड वॉयस क्लिप का इस्तेमाल करती थी। कई मामलों में, उसने उनके खिलाफ व्यभिचार और उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई। फिर शुरू हुआ जबरन वसूली का सिलसिला, जहां वह पैसे के बदले मामले वापस लेने की पेशकश करती थी।

रिपोर्ट के मुताबिक इस तरह, उसने कथित तौर पर हर आदमी से लाखों रुपये ऐंठे। उसके खिलाफ मनकापुर, जरीपटका और पौनी पुलिस थानों में एफआईआर दर्ज हैं। उसके आखिरी पति, गुलाम पठान, जिसने 2022 में उससे शादी की थी, ने 2024 में उसके खिलाफ 10 लाख रुपये का चेक लेने और झूठी शिकायतें दर्ज कराने का मामला दर्ज कराया।

निजी अस्पताल से गायब हो गई थी समीरा

गिरफ्तारी से बचने के लिए, उसने कथित तौर पर इमरान नाम के एक मौलाना की मदद से मोमिनपुरा के एक मदरसे में शरण ली थी। पठान की शिकायत के बाद जब पुलिस ने उस पर ध्यान केंद्रित किया, तब वह सात महीने की गर्भवती थी और उसे मेयो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद फातिमा ने खुद को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से वह गायब हो गई।

पठान ने अपने वकील और पुलिस के साथ मिलकर बुधवार को उसे गिरफ्तार करने में मदद की। पठान ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि फातिमा ने अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर वापस लेने के लिए उससे संपर्क किया था। उन्होंने कहा, “मैंने अपने वकीलों और पुलिस से बात की और एफआईआर वापस लेने के बहाने उसे हाईकोर्ट बुलाने का फैसला किया।” अदालत के लंच ब्रेक के दौरान, जब वह सिविल लाइंस स्थित डॉली की टपरी में चाय पीने के लिए बाहर निकली, तो दोपहर करीब 2 बजे पुलिस की एक टीम ने उसे पकड़ लिया।

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रिपोर्ट के मुताबिक गिट्टीखदान थाने के वरिष्ठ निरीक्षक कैलाश देशमाने ने बताया कि उसे तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि सभी आठ पतियों ने अपनी आपबीती बताते हुए हलफनामे जमा किए हैं। उससे वसूली गई कुल रकम का पता लगाने के लिए जांच जारी है। दिलचस्प बात यह है कि वह सभी आठ पुरुषों से कानूनी रूप से विवाहित है और उसके खिलाफ कोई तलाक की कार्यवाही शुरू नहीं हुई है।

सरकारी स्कूल की शिक्षिका फातिमा का पहले से ही एक 12 साल का बच्चा है और हाल ही में उसने एक और बच्चे को जन्म दिया है, जिसका पिता कौन है, यह अभी स्पष्ट नहीं है। वह फिलहाल हिरासत में है और उसका नवजात बच्चा अभी उसके पास ही है।