बेंगलुरू में एक निजी फर्म में काम करने वाली 37 वर्षीय एक महिला ने कथित तौर पर एक ऐसे शख्स के हाथों 4.5 लाख रुपये गवां दिए, जिससे वह डेटिंग एप्लिकेशन टिंडर पर मिली थी। महिला ने अपने पैसे की वसूली के लिए बेंगलुरु शहर पुलिस से संपर्क किया है। पुलिस ने कहा कि शिकायत के मुताबिक पीड़िता का संपर्क लगभग एक महीने पहले टिंडर पर ‘मुंबई के रहने वाले’ शख्स अद्विक चोपड़ा से हुआ था।
Tinder से व्हाट्सएप फिर फोन तक पहुंची बातचीत
मामले की जांच से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, “ आरोपी अद्विक चोपड़ा ने एक झूठी पहचान के तहत टिंडर पर अपना पंजीकरण कराया था। टिंडर पर उसकी प्रोफ़ाइल से प्रभावित होकर और उसके बारे में जाने बिना महिला ने उसके लाइक का जवाब दिया। इसके दोनों की प्रोफाइल मैच होने से बात आगे बढ़ी। व्हाट्सएप पर अपनी बातचीत के दौरान चोपड़ा ने महिला को बताया कि वह लंदन, यूनाइटेड किंगडम में एक मेडिकल प्रैक्टिशनर के रूप में काम करता है।”
व्हाइटफील्ड साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज
इस घटना की रिपोर्ट 19 मई को बेंगलुरु की व्हाइटफील्ड साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई थी। महिला ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि कुछ बातचीत के बाद चोपड़ा ने धीरे-धीरे उसका भरोसा जीत लिया और आखिरकार उससे प्यार हो गया। चोपड़ा ने व्यक्तिगत रूप से मिलने की इच्छा व्यक्त की और कहा कि वह दुबई के रास्ते बेंगलुरू जाएगा। महिला ने शिकायत में कहा कि कुछ दिनों बाद 17 मई को एक अनजान नंबर से उसे कॉल आया।
बेहिसाब नकदी लेकर दिल्ली हवाई अड्डे पर आने का हवाला
महिला को कॉल करने वाले ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (IAA) का एक अधिकारी होने का दावा किया था। महिला ने कहा, “दूसरे छोर पर मौजूद धोखेबाज शख्स ने मुझे सूचित किया कि चोपड़ा बेहिसाब नकदी लेकर दिल्ली हवाई अड्डे पर आया था। उन्होंने जोर देकर कहा कि चोपड़ा को बेंगलुरु की यात्रा करने के लिए 68,500 रुपये की मदद का भुगतान आवश्यक था।
तीन बार में ठगे साढ़े चार लाख से ज्यादा रुपये
घटना के बारे में विस्तार से बताते हुए महिला ने खुलासा किया कि फर्जी अधिकारी ने फिर फीस के रूप में 1.8 लाख रुपये और प्रसंस्करण शुल्क के रूप में अतिरिक्त 2.06 लाख रुपये की मांग की। पुलिस ने कहा कि चोपड़ा पर भरोसा करते हुए और यह मानते हुए कि उसने सिर्फ उससे मिलने के लिए यात्रा की थी पीड़िता ने दिए गए बैंक डिटेल्स में रकम ट्रांसफर कर दी। इसके बाद उसे माल और सेवा कर (GST) के लिए भुगतान करने के लिए कहा गया।
फिशिंग के बढ़ते मामलों के बीच वो सावधानियां जो आपको ऑनलाइन ठगी का शिकार होने से बचा सकती हैं | Video
फिक्र के चक्कर में नहीं की फर्जी अफसर की जांच
महिला ने कहा, “जैसा कि मुझे विश्वास हो गया था कि चोपड़ा मुझे देखने के लिए लंदन से सफर करते हुए आ रहे थे। मैं उनकी कठिनाइयों के बारे में बहुत चिंतित हो गई थी। इस फिक्र ने मुझे रकम मांगने वाले व्यक्ति की प्रामाणिकता के बारे में कोई संदेह करने से रोक दिया। मैं बस यह सुनिश्चित करना चाहती थी कि हवाईअड्डे से चोपड़ा आसानी से बाहर निकल जाएं ताकि मैं जल्द से जल्द उनसे मिल सकूं।’
GST के लिए 6 लाख मांगने पर हुआ शक
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जब फर्जी अधिकारी ने जीएसटी के लिए अतिरिक्त 6 लाख रुपये की मांग की तो महिला को शक हुआ। महिला ने कहा, “जैसे ही उसने आगे पूछताछ की तो कॉल अचानक समाप्त हो गई और चोपड़ा ने उसे सभी कम्यूनिकेशंस बंद कर दिए। महिला को जल्द ही पता चला कि टिंडर पर चोपड़ा की प्रोफ़ाइल भी हटा दी गई थी। टिंडर कस्टमर केयर तक पहुंचने की उसकी सारी कोशिश भी नाकाम साबित हुई।”