माफिया मुख्तार अंसारी को अपनी हत्या का डर सता रहा है। उसे लग रहा है कि जेल के अंदर उसकी हत्या की जा सकती है। दरअसल, तीन मामलों को लेकर मुख्तार अंसारी की वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए विशेष न्यायाधीश दिनेश चौरसिया की अदालत में पेशी हुई। इस दौरान उसने अपनी हत्या की आशंका जताते हुए कोर्ट से सुरक्षा की गुहार लगाई। मुख्तार का कहना है कि सोनभद्र से ट्रांसफर होकर बांदा जेल में आए एक सिपाही से उसे जान का खतरा है। इस दौरान मुख्तार ने आरोप लगाया कि जेल प्रशासन उस सिपाही से मिलकर उसकी हत्या करवा सकती है।
अतीक अहमद की हत्या से डर गया मुख्तार
ऐसा लगता है कि मुख्तार अंसारी अभी तक माफिया अतीक अहमद की हत्या से उबर नहीं पाया है। वह अभी भी डरा हुआ है। उसे लग रहा है कि उसकी भी हत्या की जा सकती है। इस कारण उसने कोर्ट से अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई।
विद्यालय की खतौनी निकली फर्जी
दरअसल, मुख्तार ने विधायक निधि से बैजनाथ महाविद्यालय, सरवां को लाखों रुपये दिए थे। जब जांच हुई तो उस विद्यालय की खतौनी फर्जी पाई गई। इसके बाद मुख्तार और विद्यालय के मैनेजर सहित अन्य आधा दर्जन लोगों को मामले में आरोपी बनाया गया। इसके अलावा उस पर कई अन्य मामले दर्ज हैं।
अतीक-अशरफ की हत्या
गौरतलब है कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल की रात प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिटल में पुलिस कस्टडी के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड को अंजाम उस दौरान दिया गया जब पुलिस दोनों को लेकर कॉल्विन हॉस्पिटल में मेडिकल चेकअप के लिए लाई।
इसी दौरान तीन हमलावरों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी। तीनों हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए थे। इस हत्याकांड के तीनों आरोपियों को घटना स्थल से ही गिरफ्तार कर लिया गया। इसके पहचान शूटर लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य और सनी सिंह के रूप में हुई। फिलहाल तीनों जेल में बंद हैं।
