दिल्ली पुलिस ने मध्य दिल्ली में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी देने के आरोप में मध्य प्रदेश के एक 26 साल के युवक को हिरासत में लिया है। पुलिस ने कहा कि युवक ने विहिप और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) जैसे संगठनों का “ध्यान खींचने” के लिए फर्जी धमकी जारी की थी।
एमपी का रहने वाला है युवक
पुलिस उपायुक्त (केंद्रीय) श्वेता चौहान ने कहा कि व्यक्ति की पहचान प्रिंस पांडे के रूप में हुई है और युवक ने स्नातक होने का दावा किया है। डीसीपी ने कहा कि हमें दोपहर करीब 12:40 बजे विहिप से फोन आया कि एक युवक उनकी इमारत में घुस गया और कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी दे रहा था। हमने मौके पर एक टीम भेजी और उन्होंने पांडे को हिरासत में ले लिया।
परिवार के सदस्य को धर्म बदलने पर मजबूर करने का दावा
डीसीपी ने कहा कि पूछताछ के दौरान उसने आरोप लगाया कि उसके परिवार के एक सदस्य को हाल ही में धर्म बदलने के लिए मजबूर किया गया था। वह चाहता था कि आरएसएस और अन्य संगठनों द्वारा उसकी मदद की जाए। डीसीपी ने आगे कहा कि प्रिंस ने खुद के आरएसएस समर्थक होने का दावा भी किया है।
RSS से मदद न मिलने से था नाराज
पुलिस के मुताबिक, प्रिंस ने बताया कि वह अपनी शिकायतों को लेकर आरएसएस मुख्यालय गए था। इसके बावजूद भी उनके रिश्तेदार की मदद के लिए कोई नहीं आया। युवक इसी बात से नाराज था। डीसीपी ने बताया कि युवक का आरोप है कि उनकी किसी ने उनकी मदद नहीं की और फिर उन्होंने नेताओं का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए धमकाने का फैसला किया।
22 जुलाई को आया था दिल्ली
पुलिस ने बताया कि प्रिंस पांडे 22 जुलाई को फतेहपुर बेरी इलाके में रहने वाली अपनी मौसी के साथ दिल्ली आया था। उसके पिता मध्य प्रदेश के एक सरकारी अस्पताल में ड्राइवर के रूप में काम करते हैं, जबकि प्रिंस की मां एक गृहिणी हैं। पुलिस ने कहा कि इस मामले में स्थानीय कर्मचारी और विशेष शाखा उससे पूछताछ कर रही है।