मध्यप्रदेश पुलिस के विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ) में तैनात 45 वर्षीय आरक्षक और उनकी पत्नी की इंदौर में गुरुवार तड़के धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी गई। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोहरे हत्याकांड में आरक्षक की नाबालिग बेटी और उसका दोस्त जांचकर्ताओं के शक के घेरे में हैं। ये दोनों सनसनीखेज वारदात के बाद से ही गायब हैं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) प्रशांत चौबे ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि एसएएफ के आरक्षक ज्योति प्रसाद शर्मा (45) और उनकी पत्नी नीलम शर्मा (43) के खून से सने शव उनके एरोड्रम क्षेत्र स्थित घर में मिले। एएसपी ने मौका-ए-वारदात के मुआयने के बाद बताया कि दोहरे हत्याकांड को धारदार हथियार से अंजाम दिया गया।
जानकारी के अनुसार मकान दो हिस्सों में बंटा है। एक में ज्योति के माता-पिता रहते हैं, जबकि दूसरे भाग में पुलिसकर्मी ज्योति प्रसाद अपनी पत्नी, 18 साल के बेटे और 17 साल की बेटी के साथ रहता थे। बुधवार रात उनका बेटा दूसरे भाग में अपने दादा-दादी के साथ सो रहा था, जबकि बेटी ज्योति प्रसाद और नीलम के साथ घर में ही सो रही थी। गुरुवार की सुबह जब उनका बेटा उठकर अपने माता-पिता के घर में पहुंचा तो वहां उन दोनों की लाश देखकर चीख उठा।
चौबे ने बताया, “चश्मदीदों के मुताबिक, एसएएफ आरक्षक की 17 वर्षीय बेटी गुरुवार तड़के अपने घर के बाहर टहल रही थी, जबकि उसके घर से चीखें सुनाई पड़ रही थीं।” उन्होंने बताया, “उसके दादा-दादी ने इन चीखों की वजह पूछी, तो लड़की ने जवाब दिया कि उसके माता-पिता लड़ रहे हैं।”
एएसपी ने बताया कि दोहरे हत्याकांड के बाद से एसएएफ आरक्षक की बेटी और उसका दोस्त गायब हैं। इसी वजह से वे शक के घेरे में आ गए हैं और उनकी तलाश की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि महीने भर पहले एसएएफ आरक्षक का उसकी बेटी के दोस्त से विवाद हो गया था।
एएसपी ने बताया कि एसएएफ आरक्षक और उसकी पत्नी के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है। मामले की विस्तृत जांच जारी है।
