Mother hires contract killers: आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी जिले (East Godavari district of Andhra Pradesh) की पुलिस ने एक महिला को अपने बेटे से छुटकारा पाने के लिए एक लाख तीस हजार रुपये में कत्ल की सुपारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। उसके बेटे वीरा वेंकट शिव प्रसाद पर बीते 26 दिसंबर को जानलेवा हमला (Brutal Attack) किया गया था। हमले में वह बाल-बाल बच गया था। पुलिस ने इस मामले में पीड़ित की मां, दूर के एक रिश्तेदार और भाड़े के दो हत्यारे (contract killers) को गिरफ्तार किया है।
मां, रिश्तेदार और दो contract killers गिरफ्तार
मामले की जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी (Police Officer) मे बताया कि बेटे की सुपारी देने वाली मां के कनक दुर्गा के कॉल डिटेल (CDR) के आधार पर हमने 17 जनवरी को उनके दूर के रिश्तेदार आर येदुकोंडालु को भाड़े के हत्यारों पी वीरा वेंकट सत्यनारायण और बोलेम वामसीकृष्णा के साथ गिरफ्तार किया है। सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत (Judicial Custody) में जेल भेज दिया गया है। प्रथम दृष्टया, इस जानलेवा हमले का एकमात्र मकसद बेटे की जान लेने की कोशिश ही प्रतीत होता है।
Alcohol के चक्कर में पत्नी ने छोड़ा, मां भी थी परेशान
पुलिस के अनुसार, एक लॉरी में क्लीनर (Lorry Cleaner) के रूप में काम करने वाला वीरा वेंकट शिव प्रसाद कुछ मतभेदों की वजह से अपनी पत्नी से अलग होकर अपनी मां के कनक दुर्गा के साथ रह रहा है।। हालांकि, मां कनक दुर्गा भी अपने बेटे के व्यवहार और शराब की लत ( Addiction to Alcohol) से बुरी तरह दुखी थी। पुलिस ने कहा कि शिवा प्रसाद अपनी हताशा (Frustration) निकालने के लिए मां के साथ भी मारपीट करता था।
इस वजह से मां ने दी अपने बेटे के कत्ल की सुपारी
अपने शराबी बेटे (Alchoholic Son) के उत्पीड़न से तंग आकर के कनक दुर्गा ने उसे खत्म करने का फैसला किया। इस काम के लिए उसने अपने दूर के रिश्तेदार येदुकोंडालु से संपर्क किया। दोनों ने एक प्रस्ताव के साथ वीरा वेंकट सत्यनारायण से संपर्क किया। सत्यनारायण ने 1.5 लाख रुपये की मांग की, लेकिन येदुकोंडालु ने उन्हें हिट जॉब के लिए 1.3 लाख रुपये में राजी कर लिया। हत्यारों को बतौर एडवांस 50 हजार रुपये का भुगतान किया गया था और बाकी का भुगतान हमले के बाद करने का वादा किया गया था।
पुलिस जांच में हुआ हत्या की साजिश का खुलासा
पुलिस ने अपनी जांच में पाया कि सत्यनारायण ने अपने सहयोगी वामसीकृष्ण की मदद ली थी। अपनी योजना के अनुसार, दोनों ने शिव प्रसाद को शराब पिलाई और फिर लोहे की रॉड से उस पर हमला (Brutal Attack) किया। इसके बाद घायल हालत में उसे गांव के बाहरी इलाके में एक सुनसान रेलवे ट्रैक (Railway Track) पर मरने के लिए छोड़ दिया। हालांकि, राहगीरों ने खून से लथपथ युवक को देखा तो उसे अस्पताल में भर्ती कराया और उसकी जान बचा ली।
जांच के दौरान पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य के आधार पर शिवा प्रसाद की मां से पूछताछ की और उसने अपराध करने की बात कबूल कर ली। उनकी निशानदेही पर फरार आरोपियों को भी गिरफ्तार (Arrest) कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि अब तक की जांच के अनुसार उनमें से किसी का भी कोई पिछला आपराधिक रिकॉर्ड (Criminal Record) नहीं है।
