Kolkata News: पश्चिम बंगाल के कोलकाता से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां के कुमारतुली घाट पर मंगलवार को ट्रॉली बैग में बंद शव को ठिकाने लगाने की कोशिश कर रही मां-बेटी को रंगे हाथों पकड़ा गया। दरअसल, मां-बेटी को देखकर लोगों को शक हुआ, ऐसे में उन्होंने पुलिस बुला ली।
शव को ठिकाने लगाने की कोशिश की
पुलिस सूत्रों का हवाला देते हुए टाइम्स ऑफ इंडिया ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि दोनों महिलाएं सूटकेस लेकर बारासात काजीपारा से सियालदह स्टेशन तक ट्रेन से गई थीं। वहां से वे टैक्सी लेकर घाट पहुंचीं, जहां उन्होंने कथित तौर पर शव को ठिकाने लगाने की कोशिश की।
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हालांकि, स्थानीय लोगों को उन पर शक हुआ और उन्होंने उनसे पूछताछ की। पूछताछ करने पर महिलाओं ने शुरू में दावा किया कि सूटकेस में पालतू कुत्ते की लाश है। लेकिन स्थानीय लोगों के लगातार प्रयास करने और पुलिस को सूचना देने के बाद उनकी कहानी झूठी साबित हुई।
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जांच करने पर शव की पहचान दोनों महिलाओं में से एक की मौसी के रूप में हुई। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और दोनों महिलाओं को हिरासत में ले लिया। अपराध के पीछे के मकसद और परिस्थितियों का पता लगाने के लिए मामले की जांच की जा रही है।
दिव्यांग बेट की हत्या के बाद ठिकाने लगाया शव
गौरतलब है कि ऐसा ही एक मामला बीते दिनों महाराष्ट्र के ठाणे से भी सामने आया था। यहां एक मां ने अपनी ही दिव्यांग बेटी को दो अन्य महिलाओं की मदद से मार डाला। वहीं, उसकी लाश को भी ठिकाने लगा दिया। हालांकि, सीसीटीवी फुटेज के कारण हत्या की पोल खुल गई।
17 साल की दिव्यांग लड़की की कथित तौर पर दवा देकर हत्या करने के मामले में कार्रवाई करते हुए नौपाड़ा पुलिस ने उसकी मां और नानी सहित तीन महिलाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपियों की पहचान स्नेहल पवार (39) और सुरेखा महागड़े (60) के साथ एक अज्ञात महिला के रूप में हुई है। सभी ठाणे की निवासी हैं।