बिहार से मॉब लिंचिंग की घटना सामने आई है। यहां सारण जिले में एक गांव के लोगों पर आरोप है कि उन्होंने ट्रक ड्राइवर की पीट-पीटकर हत्या कर दी। लोगों को शक था कि वह ट्रक में तस्करी के लिए बीफ लेकर जा रहा है। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
इस मामले में पुलिस का कहना है कि 55 साल का ट्रक चालक हड्डियों को एक रजिस्टर फैक्ट्री में देने जा रहा था। वह फैक्ट्री इन हड्डियों का इस्तेमाल दवाइयां बनाने में करती है। बुधवार रात बिहार के सारण जिले में ड्राइवर को इसलिए पीट-पीट कर मार डाला गया क्योंकि गांव के लोगों का लगा कि वह गोमांस ले जा रहा है। इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सारण पुलिस का कहना है कि घटना बुधवार की देर रात हुई।
दरअसल, ड्राइवर मोहम्मद जहीरुद्दीन ने ट्रक में कुछ परेशानी आने के बाद खोरी पाकर गांव के पास अपना ट्रक खड़ा किया था। इसके बाद वह अपने साथी खुर्शीद अली के साथ मैकेनिक ढूंढ़ने निकला। तभी वहां गांव के कुछ लोग इकट्ठा हो गए और जहीरुद्दीन से पूछताछ करने लगे। गांव के लोग पूछने लगे कि वह ट्रक में क्या लेकर जा रहा है?
जहीरुद्दीन चीखता रहा मगर लोगों ने एक नहीं सुनी
पुलिस का कहना है कि ट्रक में हड्डी रखे होने के कारण तेज बदबू आ रही थी। इस वजह से गांव के लोगों को शक हुआ कि जहीरुद्दीन ट्रक में गोमांस लेकर जा रहा है। उन्होंने उसे समझाने का मौका भी नहीं दिया। उन्होंने जहीरुद्दीन पर हमला कर दिया। इस दौरान जहीरुद्दीन चीखता रहा मगर किसी ने उसकी एक नहीं सुनी। हालांकि ट्रक ड्राइवर का साथी अली भागने में सफल रहा।
हमले में घायल जहीरुद्दीन को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया। डॉक्टरों का कहना था कि अंदरूनी चोट के कारण जहीरुद्दीन की मौत हुई है। असल में जहीरुद्दीन इसी जिले के मझवलिया गांव का रहने वाला था।
सारन के पुलिस अधीक्षक गौरव मंगला ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि जहीरुद्दीन इन हड्डियों को लाइसेंस प्राप्त मढ़ौरा फैक्ट्री में लेकर जा रहा था। यह फैक्ट्री दवा बनाने का काम करती है। यह एक सामान्य बात थी। इस मामले में हमने तुरंत कार्रवाई की और गांव के सात लोगों का गिरफ्तार कर लिया।
सारण जिले में मॉब लिंचिंग की यह दूसरी घटना
रिपोर्ट के अनुसार, मार्च के बाद से सारण में मॉब लिंचिंग की यह दूसरी घटना है। 7 मार्च को सीवान के रहने वाले 54 साल के नसीम कुरैशी की कथित तौर पर गोमांस बेचते हुए पाए जाने पर हत्या कर दी गई थी। हमले के कुछ घंटों बाद ही कुरैशी की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया था।