Coronavirus: COVID-19 से संक्रमित 72 साल के व्यक्ति की मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार के वक्त हंगामा मच गया। अंत्योष्टि स्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई और भीड़ ने वहां जमकर बवाल काटना शुरू कर दिया। भीड़ यहां कोरोना संक्रमित के अंतिम संस्कार का विरोध कर रही थी। हालात यह हो गए कि मृतक के परिजनों को अधजली हालत में शव लेकर वहां से भागना पड़ा। मामला जम्मू-कश्मीर का है। डोडा जिले के रहने वाले इस व्यक्ति की मौत Government Medical College (GMC) अस्पताल में सोमवार (01-06-2020) को हुई थी। यह जम्मू में कोरोना से चौथी मौत थी।
मृतक के बेटे ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि ‘हमने डोमाना इलाके में अंतिम संस्कार करने को लेकर प्रशासन से अनुमति ली थी। वहां पर मेडिकल टीम के अलावा अन्य अफसर भी मौजूद थे। लेकिन अचानक वहां स्थानीय लोगों की एक भीड़ ने हमला कर दिया और अंतिम संस्कार के कार्यक्रम को बाधित कर दिया।
बताया जा रहा है कि अंतिम संस्कार के दौरान मृतक की पत्नी और उनके दो बेटे ही वहां मौजूद थे। हंगामा के दौरान उन्हें मृतक के अधजले शरीर को उठाकर भागना पड़ा। शव को जलाने का विरोध कर रही भीड़ ने उनपर लाठी और पत्थरों से हमला कर दिया था जिसके बाद यह लोग एंबुलेंस में शव रखकर वहां से किसी तरह बच कर भागे।
मृतक के परिजनों का कहना है कि ‘हमने सरकार से अनुमति मांगी थी कि वो अंतिम संस्कार के लिए शव को अपने जिले में ले जाने के लिए अनुमति दें। लेकिन हमसे कहा गया था कि डोमाना इलाके में अंतिम संस्कार के लिए सभी जरुरी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं और वहां अंत्योष्टि में किसी तरह की परेशानी हमें नहीं होगी।’ युवक का यह भी आरोप है कि उस वक्त वहां दो पुलिसकर्मी भी मौजूद थे लेकिन जब भीड़ ने हमला किया तो दोनों पुलिस वालों ने उन्हें रोकने के लिए कुछ भी नहीं किया।
युवक ने कहा कि एंबुलेंस के ड्राइवर और कुछ स्टाफ ने वहां से वापस आने में हमारी काफी मदद की। बता दें कि बाद में डेड बॉ़डी को भगवती नगर इलाके में स्थित अंत्योष्टि स्थल पर ले जाया गया। यहां सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट और अन्य बड़े अधिकारियों की मौजूदगी में अंतिम संस्कार किया गया है। इस दौरान सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किये गये थे।
मृतक के परिजनों ने बताया कि पिछले हफ्ते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सोमवार को उनकी मौत हुई थी। उन्हें हार्ट और फेफड़ों से संबंधित बीमारियां थीं। जीएमसी अस्पताल में शिफ्ट किये जाने से पहले डोडा में उनका कोरोना वायरस टेस्ट हुआ था और रिपोर्ट निगेटिव आई थी। हालांकि जीएमसी अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद उनका दूसरा कोविड टेस्ट पॉजीटिव आया था।