Mid Day Meal in Primary School, UP Sonbhadra: उत्तर प्रदेश का सोनभद्र जिला एक बार फिर से चर्चा में है। इस बार मामला प्राइमरी स्कूल में बच्चों को दिए जाने वाले मिड-डे मील से जुड़ा है। बताया जा रहा है कि यहां 1 लीटर दूध में कई लीटर पानी घोलकर करीब 81 बच्चों में बांटा गया। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है। मामला सामने आने के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं। बता दें कि मिड-डे-मील के नियम के मुताबिक, प्रत्येक छात्र को दूध की मात्रा 150-200 एमएल निर्धारित है।
क्या है मामला: घटना सोनभद्र के चोपन ब्लाक स्थित सलईबनवा प्राथमिक विद्यालय बताई जा रही है। जहां मिर्जापुर की तरह ही मिड-डे मील में अनियमितता का मामला सामने आया है। यहां बच्चों को मेन्यू के मुताबिक दूध देते समय एक लीटर दूध में एक बाल्टी पानी मिलाकर बांटने का आरोप स्कूल प्रशासन पर लगा है। बताया जा रहा है कि एक लीटर में दूध में पानी मिलाने के बाद उसे 81 बच्चों को बांटा गया। दूध में पानी मिलाने का वीडियो भी सामने आया है, जिससे शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। इसके बाद गुरुवार को एबीएसए ने आरोपी शिक्षामित्र को हटा दिया।
One Litre Milk for 81 students. Think the amount of #water that is mixed. Watch how Children of India are cheated. Watch how the parasites are stealing milk meant for students. This is Crime. @myogiadityanath @CMOfficeUP @Uppolice @bjpswatisingh pic.twitter.com/VVraDRHe3S
— Sanjay Jha (@JhaSanjay07) November 28, 2019
शिक्षा विभाग का बयान: मामले में सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा कि मामले में जांच शुरू कर दी गई है और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। न्यूज़ एजेंसी ANI से बात करते हुए उन्होंने कहा “मुझे बताया जा रहा है कि दूध उपलब्ध नहीं था, इसलिए उन्हें एक संतुलित मात्रा में पानी में मिश्रण करने के लिए प्राधीकरण द्वारा निर्देशित किया गया था। मुझे यह भी बताया जा रहा है कि शिक्षक दूध लेने गए थे, लेकिन इस बीच किसी ने फोटो क्लिक कर ली।”
पहले ये मामला आया था सामने: बता दें कि कुछ महीने पहले यूपी के ही मिर्जापुर जिले में प्राइमरी स्कूल के बच्चों को नमक के साथ रोटी खिलाने का मामला सामने आया था। जिसको यूपी सरकार की खूब किरकिरी हुई थी। गौरतलब है कि केंद्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मिड-डे मील में भ्रष्टाचार के मामले यूपी से ज्यादा आते हैं।