यूपी के आगरा से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां मणिपुरी जिले के किशनी थाने के ओझा गांव के रहने वाले एक शख्स ने SP ऑफिस के सामने जहर खा अपनी जान दे दी। शख्स का नाम विमलेश कुमार है। रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित ने कुछ समय पहले गांव के ही एक साथी लालू यादव को एक बीघा जमीन बेची थी। लालू यादव पर आरोप है कि उसने रजिस्ट्री होने के बाद भी विमलेश को कोई पैसा नहीं दिया। इस वजह से विमलेश काफी परेशान रहता था। एक दिन वह एसपी ऑफिस पहुंचा और जहर खा लिया। इसके बाद उसे आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया। जहां उसकी मौत हो गई। फिलहाल मामला दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है।

रिपोर्ट के अनुसार, अस्पताल में मौत से पहले बुधवार शाम को विमलेश ने मीडियाकर्मियों को बयान दिया कि, मैं इस मामले को लेकर दर-दर भटक रहा था, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचा इसलिए मैंने यह कदम उठाया। वहीं पुलिस ने अब दावा किया है कि बुधवार को शिकायत करने पर मामला दर्ज कर लिया गया।

इस मामले में मैनपुरी के एसपी विनोद कुमार ने कहा कि वह कुछ जहरीला पदार्थ खाने के बाद पुलिस कार्यालय आया था। उसे तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया जहां उसे सैफई के एक अस्पताल में रेफर कर दिया गया। उसे बचाने की कोशिश की गई मगर बुधवार रात 11 बजे उसकी मौत हो गई। फिलहाल इस मामले में आगे की जांच की जा रही है।

पहले भी विमलेश ने खाया था जहर

पुलिस सूत्रों के अनुसार, पहले भी विमलेश ने जान देने की कोशिश की थी लेकिन पुलिस ने उसे बचा लिया था। वहीं इस मामले में किशनी पुलिस स्टेशन के SHO अनिल कुमार सिंह ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी) 342 (गलत कारावास के लिए सजा), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाने के लिए सजा) और 506 (आपराधिक धमकी के लिए सजा) के तहत मामला दर्ज किया गया है। लालू की गिरफ्तारी के लिए तलाश जारी है। उसके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

इस मामले में गांव के रहने वाले रविंदर सिंह ने कहा कि विमलेश कई महीनों से पुलिस से शिकायत कर रहा था और कई बार डीएम कार्यालय भी गया था लेकिन जब अधिकारियों ने उसकी बात नहीं सुनी तो उसने सितंबर 2021 में भी कीटनाशक खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की थी। उस वक्त डॉक्टरों ने उसे बचा लिया था। अब देखना है कि पुलिस आगे क्या कार्रवाई करती है?