महाराष्ट्र के पुणे से एक किसान द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है। किसान ने अपने सुसाइड नोट में पीएम मोदी और सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया है। किसान ने अपने सुसाइड नोट में एमएसपी से लेकर लोन रिकवरी एजेंटों से जुड़ी प्रताड़ना को भी साझा किया है। पुलिस ने बताया कि किसान ने कथित तौर पर तालाब में कूदकर आत्महत्या कर ली थी।
पुणे जिले का रहने वाला था किसान
पुणे जिले में किसान की मौत के मामले में पुलिस ने कहा कि मृतक की पहचान जुन्नार तालुका के वडगांव आनंद गांव के रहने वाले दशरथ लक्ष्मण केदारी के रूप में हुई है। केदारी के परिवार में उसकी मां, पत्नी और दो बच्चे हैं। पुलिस ने कहा कि आत्महत्या से पहले किसान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की बधाई के साथ एक नोट छोड़ा था।
सुसाइड नोट में MSP और रिकवरी एजेंटों से उत्पीड़न की लिखी बात
पुलिस अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने केदार द्वारा लिखे गए एक सुसाइड नोट को बरामद किया है, जिसमें उन्होंने फसलों के लिए एमएसपी नहीं मिलने और लोन रिकवरी एजेंटों के द्वारा उत्पीड़न की बात लिखी थी। केदारी ने अपने सुसाइड नोट में किसानों की दुर्दशा की अनदेखी के लिए महाराष्ट्र सरकार और केंद्र को भी जिम्मेदार ठहराया। किसान केदारी ने कोरोनोवायरस महामारी और भारी बारिश के कारण हुए नुकसान के कारण किसानों की दयनीय स्थिति के बारे में भी लिखा।
किसान ने PM Modi को ठहराया जिम्मेदार, बयां किया दर्द
केदारी ने हाथ से लिखे गए अपने सुसाइड नोट में पीएम मोदी को जिम्मेदार ठहराया और एमएसपी की मांग की। किसान केदारी ने लिखा- “हमारे पास पैसे नहीं हैं, साहूकार इंतजार करने को तैयार नहीं हैं..हम क्या करे? हम प्याज को बाजार तक ले जाने का जोखिम भी नहीं उठा सकते। आप बस अपने बारे में सोच रहे हैं मोदी साहब। किसानों को क्या करना चाहिए? फाइनेंस वाले धमकाते हैं और पटपेढ़ी (सहकारी समिति) के अधिकारी गाली-गलौज करते हैं। आखिर न्याय की गुहार लगाने के लिए हम किसके पास जाएं?… आज मैं आपकी निष्क्रियता के चलते आत्महत्या करने को मजबूर हूं। कृपया हमें फसलों की कीमत दें, जो हमारा अधिकार है।”
मौत के मामले में पुलिस ने दर्ज किया केस
किसान की मौत के मामले में अलेफाटा पुलिस स्टेशन में आकस्मिक मृत्यु (एक्सिडेंटल डेथ) का केस दर्ज किया गया है और केदारी की मौत के पीछे के कारणों की पुष्टि के लिए जांच शुरू की गई है। स्थानीय पुलिस के पुलिस निरीक्षक प्रमोद क्षीरसागर इस मामले की जांच कर रहे हैं।