मध्य प्रदेश के खांडवा से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां कथित पर शुक्रवार को एक दलित युवती को जिंदा जला दिया गया। आरोप है कि घटना को अंजाम उस शख्स के बेटे ने दिया जिसके खिलाफ कुछ दिन पहले ही पीड़िता ने छेड़खानी की शिकायत दर्ज कराई थी। पीड़िता का आरोप था कि उसी के गांव के रहने वाले 48 साल के मांगीलाल ने अकेले पाकर उसके साथ छेड़खानी की।
इंडिया टुडे में छपी रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने बताया कि युवती ने बीते 7 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराई थी कि जब वह खेत में अकेली थी तो मांगीलाल ने उसके साथ जबरदस्ती करने का प्रयास किया था। शिकायत मिलने के बाद मांगीलाल को उसी दिन गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। लेकिन 8 अक्टूबर को जमानत पर रिहा कर दिया गया।
पुलिस की मानें तो पीड़िता के परिवार ने दावा किया कि उसकी रिहाई के बाद उन्हें धमकी दी गई थी। इसी बीच शुक्रवार को मांगीलाल का बेटा अर्जुन कथित तौर पर युवती के घर गया, उस पर पेट्रोल डाला और आग लगा दी।
हालांकि, इस घटना में वो बचने में सफल रही। आनन फानन में उसके परिजनों ने उसे जिला अस्पताल पहुंचाया। हालांकि, स्थिति गंभीर देखते हुए इंदौर रेफर कर दिया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। उसके शरीर का 27 फीसदी हिस्सा जल चुका है।
पुलिस ने कहा कि अर्जुन पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 109 के तहत हत्या के प्रयास का आरोप लगाया गया है। पूरे मामले में खंडवा के एसपी मनोज कुमार राय ने कहा, “आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उस पर हत्या के प्रयास का आरोप लगाया गया है। हम पूरे मामले की जांच कर रहे हैं। पीड़िता का बयान महत्वपूर्ण होगा।”
इधर, मामले में बीजेपी नेता मुकेश तन्वे ने बताया कि महिला ने डर के कारण आत्मदाह का प्रयास किया है। लेकिन पुलिस इस मामले को आपराधिक घटना मान रही है। उन्होंने कहा, “हमारे कोतवाली पुलिस स्टेशन के अंतर्गत एक गांव की युवती ने आत्महत्या की कोशिश की। चार दिन पहले, किसी ने उसके साथ छेड़खानी की थी। घटना में मामला दर्ज किया गया और कार्रवाई की गई। हालांकि, बाद में आरोपी को जमानत दे दी गई। मामले में यह स्पष्ट नहीं है कि किस डर के कारण उसने खुद पर मिट्टी का तेल छिड़क कर आग लगा ली।”