मध्यप्रदेश की साइबर पुलिस ने दूसरों के नाम पर थोक में मोबाइल सिम लेने वालों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इन सिम कार्डों के जरिए धोखाधड़ी कर लोगों के बैंक खातों व ई-वॉलेट से कथित तौर पर पैसा निकाल लेते थे। इस आरोप में पुलिस ने एक मोबाइल कंपनी के दो अधिकारियों सहित पांच लोगों को सोमवार को गिरफ्तार किया है। मामले की आगे जांच चल रही है। मामले में पुलिस ने बताया कि दो फरियादियों की शिकायत पर पुलिस ने यह कार्रवाई की है।
आरोपियों की हुई गिरफ्तारीः मध्य प्रदेश साइबर अपराध जबलपुर जोन के पुलिस अधीक्षक अंकित शुक्ला ने बताया कि इस मामले में हमने आइडिया वोडाफोन के दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया है। इसमे एरिया सेल्स मैनेजर रितेश कनोजिया एवं पूर्व एरिया सेल्स मैनेजर रोहित बजाज मुख्य आरोपी हैं। इनके अलावा निशांत पटेल, असफाक अहमद और अमित सोनी को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस इनसे कड़ी पूछताछ कर रही है।
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ऐसे करते थे फर्जीवाड़ाः मामले में पुलिस अधीक्षक ने कहा कि आइडिया वोडाफोन के दो अधिकारियों से निशांत पटेल, असफाक अहमद और अमित सोनी ने सांठगांठ कर थोक में सिम कार्ड लेकर धोखाधड़ी की। आरोप है कि केंद्र की संचालित हेल्थकेयर आयुष्मान योजना पर पंजीकरण के बहाने मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों के कई लोगों को चूना लगाया है। बता दें कि आरोपी लोगों से उनका बायोमेट्रिक ब्योरा एकत्र कर इन सिम कार्डों को उनके नाम पर चालू करवाते थे और इस फर्जीवाड़े को अंजाम देते थे।
देश के अन्य राज्यों में भी भेजे गए हैं सिमः शुक्ला ने बताया कि इसके बाद आरोपियों ने इन सिम कार्डों से आनलाइन खरीददारी की और ओटीपी आने पर उनके बैंक खातों एवं पेटीएम से धोखे से इस खरीददारी का भुगतान कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस ने इन आरोपियों के पास से 35 सिम कार्ड एवं कुछ मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं। शुक्ला ने बताया कि इन आरोपियों ने कूरियर के जरिए देश के अन्य राज्यों में भी इन सिम कार्डों को भेजा है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।