Meerut Navy Officer Murder: मेरठ के सौरभ राजपूत हत्याकांड की गुत्थी उलझती ही जा रही है। दोनों मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किए जाने के बावजूद पुलिस के लिए मामले को सुलझाना एक चुनौती बनी हुई है। मामले के उलझने का कारण है हत्या के लिए अपनाया गया तरीका और आरोपियों द्वारा कत्ल को ‘वध’ कहा जाना। पुलिस आपराधिक एंगल के साथ-साथ अब मामले की जादू-टोना और तंत्र विद्या के एंगल से भी जांच कर रही है।
काला-जादू और तंत्र विद्या में विश्वास रखता है साहिल
पुलिस को आशंका है कि हत्या काला जादू के लिए किए गए अनुष्ठान के परिणाम स्वरूप भी हो सकती है। इसका कारण है नेवी ऑफिसर सौरभ राजपूत की पत्नी मुस्कान रस्तोगी का प्रेमी साहिल शुक्ला। आजतक की रिपोर्ट के अनुसार साहिल शुक्ला के कमरे को देखने के बाद से पुलिस सकते में है। कारण ये कि उसके कमरे को देखने के बाद सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि वो अंधविश्वासी हैऔर काला-जादू और तंत्र विद्या में विश्वास रखता है।
रिपोर्ट के अनुसार साहिल जिसकी मां की कई सालों पहले मौत हो गई थी वो उनसे कथित तौर पर अब भी बात करता था। उसने उनके नाम की स्नैपचैट आईडी बना रखी थी। इसी बात का सौरभ को रास्ते से हटाने की फिराक में रही मुस्काम ने फायदा उठाया। मुस्कान ने अपने भाई के मोबाइल नंबर से सौरभ की मां के नाम की एक स्नेपचैट आईडी बनाई और उसकी मां बनकर उससे बात करने लगी।
मुस्कान को साहिल से शादी नहीं करनी थी
मुस्कान ने ही साहिल की मां बनकर उसे मैसेज किया , ”मुस्कान अच्छी लड़की है। वो उसे खुश रखेगी, वो उसके साथ रहे।” इन्ही मैसेज के कारण बचपन के दोस्त रहे मुस्कान और साहिल फिर से करीब आ गए। साहिल का एक ही मकसद था कि मुस्कान से शादी करनी है। जबकि मुस्कान को साहिल से शादी नहीं करनी थी, उसे केवल सौरभ को रास्ते से हटाना था। इस कारण उसने साहिल का इस्तेमाल किया।
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक तंत्र विद्या में विश्वास रखने वाले साहिल ने कभी मुस्कान से बातचीत के दौरान हत्या या कत्ल शब्द का इस्तेमाल नहीं किया। वे दोनों हमेशा वध शब्द का इस्तेमाल करते थे। साहिल सौरभ का ‘वध’ करना चाहता था, पर अपने हाथों से नहीं। इसलिए उसने मुस्कान को उसके सीने में खंजर घोंपने को कहा। मुस्कान ने ही पहला वार सौरभ के सीने पर किया था। फिर दो और वार किए गए, जिससे सौरभ की मौत हो गई।
सिर और हथेलियां लेकर साहिल चला गया अपने घर
हत्या के बाद उन्होंने शव के टुकड़े किए, लेकिन जिस तरह से किए ये भी एक पहेली ही है। ऐसा इसलिए क्योंकि जिस ड्रम में लाश को सीमेंट डालकर जमाया गया था, वो इनता बड़ा तो था कि लाश को बिना काटे भी उसमें भरकर जमाया जा सकता था। लेकिन लाश को काटा गया। पर केवल सिर और हथेलियां। फिर सिर और हथेलियां लेकर साहिल देर रात अपने घर चला गया। जबकि धड़ को उसने पैक करके मुस्कान से घर पर ही छोड़ दिया।
अब हत्या के लिए अपनाए गए तरीके और हत्या के बाद की गई हरकतों ने पुलिस की टेंशन बढ़ा दी है। वहीं, साहिल के कमरे और उसकी हरकतों ने टेंशन में और इजाफा किया है। ऐसे में पुलिस ये समझने की कोशिश कर रही है कि कहीं सौरभ अंधविश्वास की बलि तो नहीं चढ़ गया है।