पंजाब के चंडीगढ़ से धोखाधड़ी की हैरान करने वाली खबर सामने आई है। यहां साइबर क्राइम सेल ने एक ऐसे गैंग का भंडाफोड़ किया जो लोगों को लोन देने के बहाने उन्हें अपनी जाल में फंसाते थे और फिर उन्हें ब्लैकमेल कर पैसा ऐंठते थे। इन जालसाजों ने अपने मंसूबे को पूरा करने के लिए 10 बैंक खातों का उपयोग किया था। इन खातों में करोड़ों की ठगी किए गए पैसों का लेन-देन किया गया था। यह गिरोह लोन एप्लिकेशन स्कैम में शामिल था। इस गिरोह ने एक महिला को अपने जाल में फंसाकर उससे 43,81,920 रुपये की ठगी की थी। पुलिस ने आरोपियों पास से छह मोबाइल फोन और 10 बैंक अकाउंट किट बरामद की है।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों की पहचान गाजियाबाद के रहने वाले आदेश कुमार, तनवीर खान, वाजिद और दिल्ली निवासी महफूज आलम के रूप में हुई है। आरोपी सीधे लोगों को अपना निशाना बनाते थे। वे अपना व्हाट्सएप दुबई से चलाते थे। वे व्हाट्सएप के जरिए पीड़ितों को आपत्तिजनक तस्वीरें भेजकर ब्लैकमेल करते थे।
चंडीगढ़ की महिला को बनाया अपना शिकार
धोखाधड़ी की इस घटना पर पुलिस ने बताया कि चंडीगढ़ की एक महिला की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था, जिसमें पीड़िता ने आरोप लगाया था कि मार्च 2023 में उसके मोबाइल पर रियल मनी एप्लिकेशन से एक नोटिफिकेशन आया। जैसे ही उसने नोटिफिकेशन पर क्लिक किया उसके मोबाइल में वह ऐप अपने आप इंस्टॉल हो गया। इसके बाद उसमें बैंक खाते की डिटेल मांगी गई। जिसे उसने भर दिया। इसके बाद उसके बैंक खाते में 1,800 रुपये मिले। उसने उस पैसे को वापस करने की कोशिश की लेकिन उसकी रिक्वेस्ट स्वीकार नहीं की गई।
कुछ दिनों के बाद महिला को उसके व्हाट्सएप पर एक मैसेज मिला कि उसने अपना लोन का बाकी अमाउंट नहीं भरा है। इसके बाद उसे कई लोन नोटिफिकेशन भेजे गए। जिसमें सी मनी, हैलो कैश, वन कैश, एस कैश, सी मनी, डी मनी, ओके लेंड्स, टी लोन, स्विफ्ट लोन, यू कैश, फास्ट कैश आदि थे। इसके बाद उसके व्हाट्सएप पर अलग-अलग नंबरों से धमकी भरे कॉल आने शुरू हो गए। जिसके बाद उसने यूपीआई जरिए कई बैंक खातों में अमाउंट ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद आरोपियों ने उसे अलग-अलग मोबाइल नंबरों से ब्लैकमेल किया। दरअसल, आरोपियों ने महिला के मोबाइल में सेंध मार ली थी। वे महिला को उसकी निर्वस्त्र तस्वीरें भेंजी। जिसके बाद महिला ने उन्हें लगभग 43,81,920 रुपये ट्रांसफर किए।
जांच में कथित बैंकों से रिकॉर्ड प्राप्त किए गए और उनकी जांच की गई। गुप्त सूचना पर एवं टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर 1 मार्च 2024 को राजेंद्र नगर, गाजियाबाद क्षेत्र में छापेमारी की गई और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बाद सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें पांच दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। फिलहाल आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं।
जांच के दौरान, पुलिस को पता चला कि एमपी, राजस्थान, गुजरात और मुंबई के कई खाते धोखाधड़ी में शामिल हैं। इन खातों में करोड़ों रुपये का लेनदेन किया गया है। मामले में पुलिस अधिकारी का कहना है कि मामले में जांच की जा रही है।