Atul Subhash Suicide News: अतुल सुभाष आत्महत्या मामले में मंगलवार को विधि और न्याय मंत्रालय (Ministry of Law and Justice) ने कहा कि वो फैमिली कोर्ट के मामलों को “सावधानी और संवेदनशीलता” के साथ निपटाने के लिए प्रतिबद्ध है। बेंगलुरु बेस्ड एआई इंजीनियर की आत्महत्या पर लोगों में पैदा हुए आक्रोश के बाद मंत्रालय का ये स्टैंड सामने आया है।
24 पन्नों का सुसाइड नोट में अतुल ने कई आरोप लगाए
मूल रूप से यूपी के रहने वाले अतुल सुभाष, जो सोमवार को अपने बेंगलुरु स्थित घर में फांसी पर लटके पाए गए थे, ने 24 पन्नों का सुसाइड नोट और 90 मिनट का एक वीडियो छोड़ा, जिसमें उनकी पत्नी और पत्नी के परिवार और फैमिली कोर्ट की जज के खिलाफ उत्पीड़न और जबरन वसूली के आरोपों की विस्तृत जानकारी दी गई है।
न्याय व्यवस्था पर लग रहे आरोपों और बढ़ते आउटरेज के मद्देनजर, मंत्रालय ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, “फैमिली कोर्ट परिवारों के भीतर विवादों को सुलझाने के लिए एक डेडिकेटेड प्लैटफॉर्म हैं, जो ये सुनिश्चित करते हैं कि शादी, चाइल्ड कस्टडी और विरासत से संबंधित मुद्दों को सावधानी, संवेदनशीलता के साथ और पारंपरिक औपचारिक अदालती शैली के बिना निपटाया जाए।”
पोस्ट में ये भी कहा गया है कि फैमिली कोर्ट “समय पर और निष्पक्ष समाधान पर ध्यान केंद्रित करते हैं, साथ ही परिवारों के भीतर संबंधों को बहाल करने में मदद करने के लिए सुलह को बढ़ावा देते हैं”।
हर महीने 2 लाख रुपये गुजारा भत्ता मांगा
सुभाष ने दावा किया कि उसकी पत्नी ने उसके खिलाफ कई झूठे मामले दर्ज किए हैं और अपने और उन दोनों के चार साल के बेटे के लिए हर महीने 2 लाख रुपये गुजारा भत्ता मांगा है।
उन्होंने अपने सुसाइड नोट में आरोप लगाया कि कई मौकों पर उसकी पत्नी ने उसे आत्महत्या करने के लिए उकसाया। उन्होंने नोट में आरोप लगाया कि कोर्ट में सुनवाई के दौरान उसकी पत्नी ने जज के सामने उसे ताना मारा और कहा, “तो तुम भी आत्महत्या क्यों नहीं कर लेते?”
सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में सुभाष ने आरोप लगाया, “मेरी पत्नी मेरे बच्चे को अलग-थलग रखेगी और मुझे, मेरे बुजुर्ग माता-पिता और मेरे भाई को परेशान करने के लिए और भी मामले दर्ज कराएगी, जो पैसे मैं उसे गुजारा भत्ता के तौर पर देता हूं, वो उसका इस्तेमाल करेगी। हमारे बच्चे के कल्याण के लिए इसका इस्तेमाल करने के बजाय, वह इसे हमारे खिलाफ हथियार बना रही है।”
सुभाष के भाई ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई
उन्होंने ये भी कहा, “मुझे लगता है कि मुझे खुदकुशी कर लेनी चाहिए क्योंकि मैं जो पैसा कमा रहा हूं, उससे मेरे दुश्मन और मजबूत हो रहे हैं। उसी पैसे का इस्तेमाल मुझे बर्बाद करने के लिए किया जाएगा और ये सिलसिला चलता रहेगा।मेरे टैक्स से मिलने वाले पैसे से ये कोर्ट और पुलिस सिस्टम मुझे, मेरे परिवार और दूसरे अच्छे लोगों को परेशान करेगा। इसलिए, वैल्यू की सप्लाई खत्म होनी चाहिए।”
सुभाष के भाई विकास मोदी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि पत्नी और उसके परिवार ने “झूठे मामले गढ़े” हैं और इन मामलों के लिए 3 करोड़ रुपये के सेटलमेंट की मांग की। मोदी ने बताया, “बेंगलुरु में काम करने वाले लोगों के लिए हमेशा केस के लिए यूपी आना-जाना संभव नहीं है। लेकिन उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा था।” उन्होंने आगे कहा, “मेरे भाई ने सिस्टम के खिलाफ लड़ते हुए अपनी जान दे दी।”