लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की जमानत याचिका खारिज हो गई है। सीजेएम कोर्ट से जमानत याचिका खारिज होने के बाद अब आरोपी के वकील जिला अदालत में अर्जी डालने की तैयारी कर रहे हैं। इसके साथ ही आशीष के खास दोस्त अंकित दास को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों को आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की गई है।
मामले के विवेचना अधिकारी एसपी यादव ने बताया कि आशीष उर्फ मोनू की जमानत याचिका को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट चिंताराम की अदालत ने नामंजूर कर दिया है। यादव ने यह भी बताया कि अदालत ने मामले के एक अन्य अभियुक्त शेखर भारती की तीन दिन की पुलिस रिमांड भी मंजूर कर ली है। भारती को 12 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था।
लखीमपुर हिंसा में नाम आने के बाद से आशीष मिश्रा फरार हो गया था। काफी विवादों के बाद जब मामले की जांच कर रही टीम ने उसे पूछताछ के लिए बुलाया तो वो पहले दिन पुलिस के सामने उपस्थित ही नहीं हुआ। इसके बाद पुलिस ने फिर समन भेजा, तब जाकर केंद्रीय मंत्री का बेटा पुलिस के सामने हाजिर हुआ।
पुलिस के सामने जब आशीष हाजिर हुआ तो उससे करीब 12 घंटे तक की पूछताछ चली। जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के अनुसार आशीष, जांच में सहयोग नहीं कर रहा था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया। मामले की जांच कर रही एसआईटी ने उसे गिरफ्तार करने के बाद 14 दिन की रिमांड मांगी थी, लेकिन तीन दिन की रिमांड ही उसे मिल पाई।
बुधवार को रिमांड के दूसरे दिन ही आशीष का परिवार जमानत के लिए कोर्ट पहुंच गया। जहां से उसे नाकामी हाथ लगी है। आशीष के पिता और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अपने बेटे को निर्दोष बताते रहे हैं। हालांकि किसान संगठनों का कहना है कि किसानों पर गाड़ी चढ़ाने के लिए आशीष ही जिम्मेदार है।
आशीष मिश्रा के करीबी दोस्त माने जाने वाले अंकित दास को भी बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच कर रहे अधिकारियों ने अंकित दास को पूछताछ के लिए बुलाया था। पुलिस ने बताया कि बुधवार सुबह करीब 11 बजे अंकित दास वकीलों के एक दल के साथ लखीमपुर पुलिस लाइन में स्थित अपराध शाखा कार्यालय पहुंचे। मंगलवार को अंकित दास और उनके चालक लतीफ ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में आत्मसमर्पण के लिए आवेदन दिया था। अंकित दास दिवंगत मंत्री अखिलेश दास के भतीजे हैं। कहा जा रहा है कि चार किसानों को कुचलने वाली कार के पीछे जो फॉर्च्यूनर कार थी वह दास की ही थी। इस मामले में अबतक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
इस मामले में एक आरोपी शेखर भारती को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था, जबकि मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा, लवकुश और आशीष पांडे को पहले गिरफ्तार किया गया था।
बता दें कि लखीमपुर खीरी में प्रदर्शन कर रहे किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ा दी गई थी। इसका आरोप आशीष मिश्रा पर लगा है। इस घटना में चार किसानों की मौत हो गई थी, जिसके बाद हिंसा भड़क गई और तीन बीजेपी कार्यकर्ता समेत एक स्थानीय पत्रकार मारा गए। इस मामले में विपक्ष भी राज्य सरकार और केंद्र सरकार पर आक्रमक रूख अपनाए हुए हैं। विपक्ष और किसानों की मांग है कि केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ने इस्तीफ लिया जाए।