बेंगलुरु में अंतरराष्ट्रीय कॉलों को स्थानीय कॉलों में कथित रूप से बदलने में शामिल एक अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का भंडाफोड़ किया गया है। इस अवैध टेलीफोन एक्सचेंज का भंडाफोड़ एक संयुक्त अभियान में सेना की दक्षिणी कमान की मिलिट्री इंटेलीजेंस और बेंगलुरु शहर की केंद्रीय अपराध शाखा (CCB) ने किया है। इस मामले में केरल के शख्स को भी गिरफ्तार किया गया है, जो यह एक्सचेंज चला रहा था।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में एक 41 साल के आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, जो मूलतः केरल के वायनाड का रहने वाला है। गिरफ्तार आरोपी की पहचान शराफुद्दीन के रूप में हुई है, जो बेंगलुरु में रहता है। शराफुद्दीन पर अवैध टेलीफोन एक्सचेंज के जरिये अंतरराष्ट्रीय कॉल को स्थानीय कॉल में बदलने का आरोप है।
अधिकारियों के अनुसार, यह धोखाधड़ी उनकी नजर में तब आई; जब पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के गुर्गों ने एक डिफेंस से जुड़े संस्थान से जानकारी प्राप्त करने के लिए एक सिम बॉक्स का इस्तेमाल किया। बताया गया है कि, आरोपी अंतरराष्ट्रीय कॉल को स्थानीय कॉल में बदलने के लिए कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और अलग-अलग सिम कार्ड को इस्तेमाल में लाता था।
आरोपी शराफुद्दीन पर आरोप लगाया गया है कि वह अवैध रूप से टेलीफोन एक्सचेंज बनाकर दूरसंचार नेटवर्क और देश की सुरक्षा को बाधित कर रहा था। इस अवैध एक्सचेंज में उसने कई मोबाइल में भी सिम कार्ड डाल रखे थे। अधिकारियों ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि शराफुद्दीन के साथ उसके कई सहयोगी भी इस काम में संलिप्त हैं।
शुरुआती जांच के मुताबिक, शराफुद्दीन और उसके सहयोगियों ने भुवनेश्वरी नगर, चिक्कासांद्रा और सिद्धेश्वर ले-आउट में चार अलग-अलग जगहों पर 2,144 सिम कार्ड लगाने के लिए 58 तरह के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का इस्तेमाल किया था। इस पूरी प्रक्रिया का सिर्फ एक ही मकसद था कि बना किसी को भनक लगे अंतरराष्ट्रीय कॉल को स्थानीय कॉल में बदला जा सके।
केंद्रीय अपराध शाखा के अधिकारियों ने इस संबध में साइबर क्राइम थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस जांच में हर पहलू को ध्यान में रखते हुए जांच की जा रही है, साथ ही यह भी पता लगाने की कोशिश होगी की आरोपी को क्या कहीं से वित्तीय मदद भी की जा रही थी।