Udupi College Washroom Video Case: कर्नाटक सरकार ने उडुपी जिले के एक कॉलेज में लड़कियों के शौचालय में कथित वीडियो रिकॉर्डिंग से संबंधित मामले की जांच राज्य पुलिस के आपराधिक जांच विभाग (CID) को सौंप दी है। उडुपी के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, “मामला सीआईडी को सौंप दिया गया है। आदेश जारी कर दिए गए हैं।” इससे पहले कांग्रेस सरकार ने कहा था कि पुलिस उपाधीक्षक (DSP) स्तर के एक अधिकारी द्वारा जांच की जा रही है।
राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्यों ने भी किया था उडुपी के विवादित कॉलेज का दौरा
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने जोर देकर कहा था कि इस मामले में किसी उच्च स्तरीय जांच की जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक सप्ताह पहले उडुपी में कहा था, “पुलिस ने मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज कर ली है। जांच डीएसपी स्तर का एक अधिकारी कर रहा है। जांच जारी रहने दीजिए। उडुपी कॉलेज का दौरा करने वाली राष्ट्रीय महिला आयोग की सदस्यों ने कहा है कि शौचालय में कोई (गुप्त) कैमरा नहीं लगाया गया था। जांच होने दीजिए।”
मामले की जांच के लिए एसआईटी की कोई जरूरत नहीं है- CM सिद्धारमैया ने कहा था
उन्होंने कहा था, “अगर इसे महज़ एक मज़ाक के रूप में देखा जाता तो पहली बार में शिकायत दर्ज नहीं की जाती। जांच चल रही है। जब डिप्टी-एसपी स्तर की जांच चल रही है तो मामले की जांच के लिए एसआईटी की कोई जरूरत नहीं है।” इस बीच, एक विरोध प्रदर्शन के दौरान अपने भाषणों के सिलसिले में स्थानीय विहिप नेता शरण पंपवेल और बजरंग दल के स्थानीय अध्यक्ष दिनेश मेंडन के खिलाफ आपराधिक धमकी और झूठी सूचना फैलाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
क्या है उडुपी में छात्राओं के वॉशरूम वीडियो वायरल करने का पूरा मामला
कर्नाटक में उडुपी जिले के नेत्र ज्योति कॉलेज में कथित तौर छात्राओं के शौचालय में स्पाई कैमरे लगाकर 100 से ज्यादा अश्लील वीडियो बनाने और उसे व्हाट्सग्रुप पर और यूट्यूब पर वायरल करने का एक सनसनीखेज मामला दर्ज होने के बाद हंगामा शुरू हो गया था। उडुपी के मालपे पुलिस स्टेशन में मामले का स्वत: संज्ञान लेकर FIR दर्ज की गई। इस मामले में तीन छात्राओं को पकड़ा गया था। मजिस्ट्रेट अदालत ने 20 हजार रुपए के मुचलके पर तीनों को सशर्त जमानत दे दी थी। मामले में सांप्रदायिक एंगल सामने आने के बाद हिंदू संगठनों ने सिद्धारमैया सरकार के खिलाफ मोर्चा खेल दिया था।