कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक महिल जिसे आपराधी मरा हुआ समझकर भाग गए थे वो थाने पहुंच गई और अपने साथ ही घटना की शिकायत कर आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।

महिला ने सांस रोककर चकमा दे दिया

दरअसल, पेशे से योगा टीचर रही 35 साल की महिला ने सांस रोककर अपराधियों को चकमा दे दिया। घटना चिक्काबल्लापुर जिले के एक फॉरेस्ट एरिया में हुई, जहां महिला के अपहरणकर्ताओं ने उसे मरा समझकर टहनियों से ढके एक गड्ढे में छोड़कर भाग गए।

महिला, अर्चना ने खुद को बचाने के लिए अपने सांस रोकने की कला का इस्तेमाल किया और मरा हुआ होने का नाटक किया। उसे मरा मानकर हमलावरों ने उसे एक गड्ढे में फेंक दिया और उसके कीमती सामान लूटकर भाग गए।

कथित अफेयर के कारण निशाना बनाया गया

अपराधियों के जाने के बाद, वो गड्ढे से बाहर निकली और शिकायत दर्ज कराने के लिए पुलिस स्टेशन पहुंची। चिक्काबल्लापुर जिला पुलिस के अनुसार, उसे उसके पति के दोस्त संतोष के साथ कथित अफेयर के कारण निशाना बनाया गया था।

संतोष की पत्नी बिंदु को उनके अफेयर का शक था, इसलिए उसने अर्चना की हत्या की साजिश रची। बिंदु ने कथित तौर पर इस घटना को अंजाम देने के लिए कुख्यात सतीश रेड्डी को हायर किया था।

अपनी कार में महिला के साथ मारपीट की

रेड्डी ने कथित तौर पर योग सीखने की इच्छा के बहाने अर्चना से दोस्ती की। उसका विश्वास जीतने के बाद, उसने उसके अपहरण की योजना बनाई। तीन और लोगों के साथ, उसने जंगल में ले जाने से पहले अपनी कार में महिला के साथ मारपीट की।

पुलिस ने सतीश रेड्डी और बिंदु के साथ-साथ तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया, जिनकी पहचान नागेंद्र रेड्डी, रमना रेड्डी और रवि के रूप में हुई है। अर्चना से चोरी की गई नकदी और गहने बरामद किए हैं।

घटना के संबंध में चिक्काबल्लापुर के पुलिस अधीक्षक डीएल नागेश ने कहा, “24 अक्टूबर को हमें अर्चना से अपहरण, मारपीट और उसकी जान लेने की कोशिश की शिकायत मिली थी। बिंदु ने कथित तौर पर सतीश रेड्डी को काम पर रखा था, जिसने खुद को जासूस बताया था। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।”