अपहरण के मामले में जेल में बंद जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने ट्वीट कर अपनी बेबसी जाहिर की है। पप्पू यादव इस ट्वीट में अपनी गिरफ्तारी पर सवाल उठाते दिख रहे हैं। बिहार में बुखार से हो रहे बच्चों की मौत पर पप्पू यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि वायरल फीवर से दर्जनों बच्चे मर रहे हैं, मैं कुछ नहीं कर पा रहा हूं।
उन्होंने ट्वीट कर कहा- “चार महीने से कैद हूं। जघन्य अन्याय हो रहा है, पर पीड़ा है कि वायरल फीवर से दर्जनों बच्चे मर रहे हैं, मैं कुछ नहीं कर पा रहा। राजनेता सब राजनीति में व्यस्त हैं, शायद सेवा कर मैं कुछ की जान बचा पाता! कुछ मां का आंसू पोंछ पाता, दवा-उपचार का इंतजाम करता। यूं बच्चों को मरने नहीं देता!
चार महीने से कैद हूं। जघन्य अन्याय हो रहा है, पर पीड़ा है कि वायरल फीवर से दर्जनों बच्चे मर रहे हैं, मैं कुछ नहीं कर पा रहा।
राजनेता सब राजनीति में व्यस्त हैं, शायद सेवा कर मैं कुछ की जान बचा पाता! कुछ मां का आंसू पोंछ पाता,दवा-उपचार का इंतज़ाम करता यूं बच्चों को मरने नहीं देता!
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) September 13, 2021
बिहार के कई जिलों में इन दिनों वायरल बुखार का प्रकोप देखने को मिल रहा है। हाल ये है कि कई जिलों में ना तो समय पर इलाज मिल रहा है ना ही बेड। कई बच्चे बेहतर स्वास्थ्य सुविधा ना मिलने के कारण दम तोड़ चुके हैं। इन्हीं बच्चों को लेकर पप्पू यादव ने बेबसी जाहिर की है।
इससे पहले गिरफ्तारी के 50 दिन पूरे होने पर भी पप्पू यादव ने ट्वीट कर नीतीश सरकार पर परोक्ष रूप से हमला बोला था। पप्पू यादव ने तब ट्वीट कर कहा था- “मेरी गिरफ्तारी के आज 50 दिन हो गए। क्या यह न्याय है या, अन्याय? क्या यह इंसानियत है या, हैवानियत? आखिर मुझे कैद करने से किसका मकसद सिद्ध हो रहा है? किसे बचाने को यह षड्यंत्र रचा गया?”
पप्पू यादव को मधेपुरा के मुरलीगंज थाना कांड संख्या 9/89 के 32 साल पुराने मुकदमे में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। तब से पप्पू यादव जेल में ही हैं।
पप्पू यादव ने कोरोना से लेकर, पटना में बाढ़ तक हर समस्या में लोगों की सेवा करते दिखाई दे रहे थे। लोग कोरोना काल में पप्पू यादव से लगातार मदद की मांग करते दिखाई दे रहे थे। पटना में जब बाढ़ का कहर जारी था, तब भी पप्पू यादव ट्रैक्टर पर बैठकर राशन बांटते नजर आ रहे थे।