अमेरिका में भारतीय छात्रा जाह्नवी कडुला को तेज रफ्तार पुलिस गश्ती कार ने टक्कर मार दी थी। जिससे उनकी मौत हो गई थी। हाल ही में एक वीडियो भी सामने आया था जिसमें एक पुलिस वाला उनकी मौत पर हंस रहा है। वह जाह्नवी की मौत का मजाक बना रहा है। उसे कहते हुए सुना जा सकता है कि वह सिर्फ 26 साल की थी। उसका मूल्य सीमित था। उसके लिए बस एक 11,000 अमेरिकी डॉलर का चेक लिख दो। वीडियो पुलिस के बॉडी कैमरे में रिकॉर्ड हो गया था। जिसके सामने आने के बाद लोगों के मन में मृतका का मजाक बनाने वाले पुलिस वाले के प्रति लोगों के मन में गुस्सा था।

अब जाह्नवी कंडुला के लिए न्याय की मांग को लेकर लोग सड़क पर उतर आए हैं। लोग सिएटल में तैनात दो पुलिस अधिकारियों के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। इसके लिए विभिन्न समुदायों के 200 से अधिक लोगों ने उस स्थान पर एक रैली आयोजित की जहां एक तेज रफ्तार पुलिस गश्ती कार के टक्कर मारने से जाह्नवी की मौत हो गई थी।

पुलिस की गाड़ी ने मारी थी टक्कर

अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति समेत अन्य सांसदों और समुदाय के सदस्यों ने सिएटल पुलिस से भारतीय छात्रा जाह्नवी कंडुला की दुखद मौत की जांच को गंभीरता से आगे बढ़ाने का आग्रह किया है। कंडुला (23) जब 23 जनवरी को सड़क पार कर रही थीं तब एक पुलिस वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी थी। पुलिस वाहन को केविन डेव नाम का अधिकारी चला रहा था। वह मादक पदार्थ के ‘ओवरडोज’ की सूचना पर गति सीमा का उल्लंघन करके 74 मील प्रति घंटे (119 किमी प्रति घंटे) की अधिक गति से गाड़ी चला रहा था।

सिएटल पुलिस विभाग द्वारा सोमवार को जारी किए गए ‘बॉडीकैम फुटेज’ में अधिकारी डेनियल ऑडरर को घातक दुर्घटना के बारे में हंसते हुए यह कहते हुए देखा गया कि आपराधिक जांच आवश्यक है। इसी के साथ वह डेव की गलती की संभावना को खारिज करता दिख रहा है। सिएटल टाइम्स अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, बृहस्पतिवार को 200 से अधिक लोग सिएटल चौराहे पर पहुंचे। इसी जगह पर जनवरी में एक अधिकारी के वाहन ने कंडुला को बुरी तरह कुचल दिया था। उन्होंने छात्रा की जान लेने वाले अधिकारी और दुर्घटना के बारे में हास्यास्पद बयान देने वाले एक पुलिस यूनियन के नेता की जवाबदेही तय करने की मांग की।

लोगों ने आरोपियों के इस्तीफे की मांग की

साउथ लेक यूनियन की रैली में प्रतिभागियों ने ऑडरर के साथ ही कंडुला को रौंदने वाले अधिकारी डेव के इस्तीफे की मांग की। रिपोर्ट में कहा गया है कि रैली में वक्ताओं ने पुलिस प्रणाली की आलोचना करते हुए कहा कि यह श्वेत लोगों के वर्चस्व पर आधारित है और वह अश्वेत तथा अन्य रंग के लोगों के जीवन का अपराधीकरण करने के साथ उनका कम मूल्यांकन करती है।

लोगों के हाथ में तख्तियों पर ‘जेल में हत्यारे पुलिसकर्मी’, ‘जाह्नवी के लिए न्याय’, ‘पुलिस आतंक खत्म करो’ जैसे वाक्य लिखे थे। आसपास के अपार्टमेंट में रहने वाले लोग भी रैली में शामिल होने के लिए पहुंचे। सांसद कृष्णमूर्ति ने सिएटल पुलिस अधिकारी की जाह्नवी कंडुला की मौत पर पुलिस अधिकारी के हंसने से संबंधित रिकॉर्डिंग पर कहा ‘‘जाह्नवी कंडुला की मौत एक भयानक त्रासदी थी और किसी को उसकी मौत का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए।’’

कृष्णमूर्ति ने बृहस्पतिवार को कहा,‘‘एक सिएटल पुलिस अधिकारी की उसकी मौत को हल्का बताने और उसके जीवन के मूल्य पर सवाल उठाने की रिकॉर्डिंग घृणित और अस्वीकार्य है। मैं सिएटल पुलिस विभाग से आग्रह करता हूं कि वह इस मामले में अपनी जांच को उस गंभीरता के साथ आगे बढ़ाए जिसकी यह मांग करती है।”