India Lockdown: कोरोना संक्रमण की वजह से देश में लॉकडाउन है। इस बीच उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में स्थित एक मस्जिद से 37 लोग मिले हैं। न्यूज एजेंसी ‘ANI’ के मुताबिक यहां काटजू रोड स्थित शेख अब्दुल्ला मस्जिद में जो 37 लोग मिले हैं उनमें से 7 लोग विदेश से यात्रा कर भारत आए थे। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि इन लोगों ने दिल्ली में हुए मरकज में भी हिस्सा लिया था।

पुलिस के मुताबिक यह सभी लोग शेख अब्दुल्ला मस्जिद के मुसाफिरखाना में 22 मार्च से ठहरे हुए थे। यह लोग इसी तारीख को प्रयागराज आए थे। शुरुआती जांच में यह बात निकलकर आई है कि मस्जिद प्रबंधन ने विदेश से आए लोगों की सूचना पुलिस-प्रशासन को नहीं दी थी। इन सभी लोगों में से 7 लोग इंडोनेशिया के हैं और दो लोग कोलकाता तथा केरल से हैं। यह सभी 9 लोग मरकज में हिस्सा ले चुके हैं।

मंगलवार की देर शाम यहां के जिलाधारी, एडीएम, एसएसपी समेत अन्य अधिकारी और डॉक्टरों की एक टीम यहां स्थित शेख अब्दुला मस्जिद पहुंची थी। मस्जिद में 37 लोग ठहरे हुए थे। वक्त रहते इन सभी लोगों के बारे में सूचना प्रशासन को नहीं देने की वजह से इस मामले में अब मस्जिद के प्रबंधक वसीम के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

आपको बता दें कि दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन स्थित मरकज से अब तक कुल 2361 लोगों को निकाला जा चुका है। मरकज में शामिल अब तक पूरे देश में कुल 93 लोगों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है।

निजामुद्दीन मरकज को सैनेटाइज किया जा रहा है। वहां कोरोना के 24 नए मरीज मिले हैं। 617 लोगों को क्वारंटीन किया गया है। इस बीच दिल्ली पुलिस ने तब्लीगी समाज के सात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है। मरकज के मुखिया मौलाना साद फिलहाल फरार चल रहे हैं। बताया जा रहा है मौलाना साद 28 मार्च से गायब हैं।

अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने बुधवार को कहा, “तब्लीगी जमात ने जो किया है वह तालिबानी अपराध है। इस तरह की आपराधिक गतिविधियों को माफ नहीं किया जा सकता। उन्होंने कई लोगों की जिंदगी खतरे में डाल दी है। ऐसे लोगों और संस्थानों पर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए, जो सरकार के आदेशों को नहीं मानते।”