India Lockdown, Tablighi Jamaat Head Maulana Saad: तब्लीगी जमात के प्रमुख मौलाना मुहम्मद साद ने क्राइम ब्रांच के 26 सवालों के जवाब नहीं दिये हैं। क्राइम ब्रांच के सवालों के जवाब में साद की तरफ से कहा गया है कि देश में अभी लॉकडाउन है और इस वजह से वो जांचकर्ताओं को उनके सवालों का जवाब नहीं दे सकते। मौलाना साद ने दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच से कहा है कि वो इस वक्त सेल्फ-आइसोलेशन में है और देश इस वक्त लॉकडॉउन की स्थिति में हैं इसलिए वो सभी सवालों का जवाब नहीं दे पाएंगे।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मौलाना साद के इस जवाब से क्राइम ब्रांच की टीम संतुष्ट नहीं है। ऐसी खबर है कि क्राइम ब्रांच जल्दी ही मौलाना साद को दोबारा नोटिस थमाएगी और फिर से उनसे सवालों का विस्तृत जवाब मांगा जाएगा। जांच टीम ने अपनी शुरुआती जांच में पाया है कि मरकज की योजना कई महीने पहले ही तैयार हो गई थी और इसकी सभी जानकारियां मौलाना साद तथा उनके कुछ करीबी लोगों को थी।
आपको यह भी बता दें कि हाल ही में क्राइम ब्रांच और फॉरेंसिक विभाग की टीम दिल्ली के निजामुद्दीन में स्थित मरकज में दाखिल हुई थी। हालांकि यहां इस जांच से संबंधित कोई सबूत हाथ नहीं लगे हैं। मौलाना मुहम्मद साद के खिलाफ लॉकडाउन के नियमों के उल्लंघन का केस दर्ज है। इसके वजह से मरकज में आए कई लोग कोरोना पॉजीटिव मिले हैं और हजारों लोगों को सेल्फ-क्वारन्टीन में रखा गया है।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में मौलाना साद को लेकर यह भी कहा गया है कि मरकज में आई भीड़ से उन्होंने कहा था कि सोशल डिस्टेन्सिंग बरतने या चिकित्सकों की सलाह लेने की कोई जरुरत नहीं है। कई तरह के आरोप लगने के बाद क्राइम ब्रांच ने इसी महीने मौलाना साद को नोटिस भेज कर मरकज और वहां जुटे जमातियों से संबंधित 26 सवाल पूछे थे।
मौलाना साद से जमात में आए सदस्यों का पता, उनसे संपर्क करने का जरिया, उनका पैन नंबर और बैंक डिटेल पूछा गया था। मौलान साद को यह भी बताना था कि 1 जनवरी, 2019 से लेकर अब तक मरकज में कितने लोगों की भीड़ इकठ्ठा हुई है?
हालांकि क्राइम ब्रांच को अब तक अपने किसी भी सवाल का जवाब नहीं मिला है। मौलाना साद को पुलिस ढूंढ भी रही है लेकिन वो गायब हैं। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि वो खुद क्वारन्टीन में हैं।
आपको बता दें कि मरकज में शामिल लोगों के कोरोना पॉजीटिव पाए जाने के बाद से हड़कंप मच गया है। अब अलग-अलग राज्यों में इन जमातियों की खोज की जा रही है और उनके संपर्क में आने वाले लोगों के बारे में भी पता लगाने की कोशिश की जा रही है।

