बिहार के जहानाबाद में सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती 2 साल के बच्चे की मौत के बाद उसके परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। बच्चे के पिता का कहना है कि अस्पताल ने उनके बेटे को पटना रेफर तो कर दिया लेकिन बीमार बेटे को ले जाने के लिए एंबुलेंस देने से इनकार कर दिया। मृतक बच्चे के पिता सुनील मांझी ने स्थानीय मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि वो पैसे उधार लेकर अपने बच्चे का इलाज कराने जहानाबाद सदर अस्पताल पहुंचे थे। यहां चिकित्सकों ने उनके बेटे को PMCH रेफर कर दिया।
पिता का कहना है कि अस्पताल ने वहां से करीब 50 किलोमीटर दूर PMCH जाने के लिए अपना एंबुलेंस नहीं दिया। पिता का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन ने उनसे कहा कि वो खुद से एंबुलेंस का इंतजाम करें। अस्पताल प्रशासन ने उन्हें एंबुलेंस के लिए कोई फोन नंबर भी नहीं दिया और कोई उनकी मदद के लिए आगे नहीं आया।
यह भी बताया जा रहा है कि हालात से परेशान होकर सुनील कुमार ने अपना सिर मंदिर की सीढ़ियों से टकरा लिया। इस दौरान उनके सिर पर गंभीर चोट लगी और फिर बाद में उनका इलाज सदर अस्पताल में किया गया।
हालांकि जहानाबाद के सिविल सर्जन ने सुनील के आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि ‘अस्पताल की तरफ से एंबुलेंस मुहैया कराए जाने पर सुनील ने लेने से इनकार कर दिया।
उन्होंने कहा कि वो अपने बच्चे को अपने मोटरसाइकिल से लेकर पीएमसीएच जाएंगे। अस्पताल से वो अपने बच्चे को लेकर चले गए जहां रास्ते में बच्चे की मौत हो गई।
सदर अस्पताल के अधीक्षक विजय कुमार झा ने कहा कि बच्चे को निमोनिया के लक्षण थे। सुनील और उनकी पत्नी ने अस्पताल प्रशासन को भी नहीं बताया था कि उनके पास मोटरसाइकिल है।
जहानाबाद की सब-डिविजनल अधिकारी निवेदिता कुमारी ने कहा कि ‘सुनील के मुताबिक उनका बच्चा घऱ के बाहर खेल रहा था और फिर अचानक वो गिर गया। उसके मुंह से झाग निकल रहा था जिसके बाद वो उसे लेकर अस्पताल पहुंचे थे। ‘The Telegraph’ से बातचीत करते हुए सब-डिविजनल अधिकारी ने कहा कि ‘ऐसा लगता है कि सुनील और उनकी पत्नी अपने बेटे को कंधे पर उठाकर लाए थे।
वो खुद उसे पटना ले जाना चाहते थे। हालांकि थोड़ी देर बाद बच्चे की मौत हो गई। दुखी परिवार सड़क किनारे बैठ कर रो रहा था। सुनील के सिर पर चोट लगी थी जिनका इलाज जहानाबाद अस्पताल में किया गया। इलाज के बाद सुनील को एंबुलेंस के जरिए ही उनके घर तक भेजा गया।
