India Lockdown, Two Priests Murder in Uttar Pradesh: महाराष्ट्र के पालघर में 2 साधुओं समेत 3 लोगों की पीट-पीट कर हत्या हो जाने के बाद अब उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में 2 साधुओं की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। दोनों साधुओं की लाश अनूपशहर कोतवाली इलाके में बने एक मंदिर परिसर से मिली है।

मंगलवार (28-04-2020) की अहले सुबह गांववालों की नजर जब मंदिर में 2 साधुओं की लाश पर पड़ी तो सभी सन्न रह गए। बताया जा रहा है कि किसी धारदार हथियार से इनकी बेरहमी से हत्या की गई थी। दोनों मृतकों की पहचान 55 साल के साधु जगनदास और 35 साल के साधु सेवादास के रूप में हुई है।

इलाके के लोगों का कहना है कि पिछले करीब 10 सालों से दोनों साधू इस मंदिर में रहते थे और पूजा-अर्चना किया करते थे। खून से लथपथ साधुओं की लाश मिलने के बाद इलाके में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। बड़ी संख्या में मंदिर परिसर के बाहर भीड़ भी जमा हो गई।

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भीड़ ने एक युवक को हत्या के शक में पकड़ लिया और उसकी जमकर पिटाई कर दी। पिटाई करने के बाद भीड़ ने इस युवक को पुलिस के हवाले भी कर दिया। ग्रामीणों द्वारा साधुओं की हत्या की सूचना मिलने के बाद सीओ अनूपशहर अतुल चौबे, कोतवाल मिथिलेश उपाध्याय पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए।

स्थिति की गंभीरता को समझते हुए पुलिस ने सबसे पहले शव को अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। इलाके के लोगों ने इस मामले में पुलिस से कार्रवाई की मांग की है।

यूपी पुलिस ने बताया है कि इस मामले में राजू नाम के युवक को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में उसने बताया कि वो भांग खाकर मंदिर में घुसा था। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक राजू ने कबूल किया है कि उसने सिर्फ लाठी से साधुओं पर हमला किया था। उसने तलवार या किसी तेजधार वाले हथियार से हमले की बात नहीं कबूल की है।

इतना ही नहीं आरोपी ने पूछताछ में यह भी कहा है कि ‘यह भगवान की इच्छा थी।’ उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस हत्याकांड में किसी भी तरह के सांप्रदायिक एंगल से इनकार किया है। इस मामले में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने जांच रिपोर्ट भी अधिकारियों से मांगी है।

इधर इस मामले पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए बताया कि ‘मैंने योगी आदित्यनाथ को फोन किया था और इस मुद्दे पर उनसे चर्चा हुई है। मैंने उनसे कहा है कि इस तरह के संगीन जुर्म के खिलाफ हम उनके साथ हैं। जिस तरह हमने पालघर में हुए मामले पर एक्शन लिया और आरोपियों को पकड़ा उसी तरह आप भी एक्शन लें।’

 

आपको बता दें कि इससे पहले 16-17 अप्रैल को महाराष्ट्र के पालघर में 2 साधुओं समेत 3 लोगों की उस वक्त हत्या कर दी गई जब वो एक अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जा रहे थे।

भीड़ ने इन तीनों को बच्चा चोर गिरोह का सदस्य समझकर इनकी बेरहमी से पिटाई की थी। जिससे इनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। भीड़ ने पुलिस के सामने ही तीनों की पीट-पीट कर हत्या की थी। बाद में इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ था जिसमें भीड़ का क्रूर चेहरा नजर आया था।

इस मामले में कार्रवाई करते हुए यहां प्रशासन ने 100 से ज्यादा लोगों पर एफआईआऱ दर्ज किया था। वहीं 2 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी किया गया था। इस घटना को सांप्रदायिक रंग देने की भी कोशिश की गई थी। हालांकि बाद में महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार ने साफ किया था इस हत्याकांड में सांप्रदायिकता का कोई एंगल नहीं जुड़ा है।