झारखंड के मिडिल क्लास फैमिली से संबंध रखने वाला विशाल 2004 में पढ़ाई के लिए पुणे आया था। विशाल पाकिस्तान की एक लड़की के प्यार में इतना पागल हो गया कि वह ISI का एजेंट बन गया और पाकिस्तान के लिए जासूसी करने लगा। वह भारत के खिलाफ कुछ सबूत पाकिस्तान को भेजने वाला था कि उसे पुलिस ने अरेस्ट कर 7 साल के लिए जेल भेज दिया। यह घटना आज से 16 साल पहले 2005 की है। उसने लड़की को पाने के लिए अपना धर्म बदल लिया औऱ दो बार पाकिस्तान भी गया। इस सच्ची कहानी को सुनकर लोग हैरान हो रहे हैं। लोगों को यकीन नहीं हो रहा है कि कोई प्यार में इतना अंधा हो सकता है। चलिए बताते हैं कि पुणे का सीधा-साधा कॉलेज में पढ़ने वाला लड़का आखिर कैसे पाकिस्तानी एजेंट बन गया?
इंटरनेट पर पाकिस्तानी लड़की से हुई थी मुलाकात
दरअसल, साल 2005 में इंटरनेट पर विशाल की मुलाकात पाकिस्तान की लड़की फातिमा शा से हुई। दोनों याहू मैसेंजर पर चैटिंग करने लगे। दोनों घंटों एक-दूसरे से बात करते थे। विशाल को फातिमा से प्यार हो गया। फातिमा ने बताया कि वह पाकिस्तान के कराची की रहने वाली है। विशाल उससे मिलने के लिए परेशान होने लगा। वह लड़की के प्यार में इस कदर पागल हो गया कि उसे शादी के लिए प्रपोज कर दिया। दोनों ने अपने-अपने परिवार के बारे में एक-दूसरे को बताया। फातिमा ने कहा कि वह पाकिस्तानी ISI एजेंट सलाहुद्दीन की बेटी है।
शादी के लिए किया प्रपोज
पुलिस के अनुसार, फातिमा ने विशाल को अपना लैंडलाइन नंबर दिया। जस पर विशाल एसटीडी बूथ से फोन मिलाकर घटों बातें किया करता था। इसका करीब डेढ़ लाख का बिल आया था। जिसमें 40 हजार बिल विशाल ने चुका दिया था। विशाल ने जब फातिमा को शादी के लिए प्रपोज किया तो वह मान गई मगर उसके पिता इस शादी के खिलाफ थे। हालांकि बाद में वे इस शर्त पर मान गए कि विशाल को अपना धर्म बदलकर इस्लाम कबूल करना पड़ेगा। विशाल को फातिमा के पिता ने पाकिस्तान बुलाया और यह कहकर झांसा दिया कि दोनों शादी के बाद लंदन में बस सकते हैं और अपना बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
पिता ने अपने जाल में फंसाया
इसके बाद विशाल ने पाकिस्तानी वीजा के लिए अप्लाई किया था मगर उसका आवेदन रिजेक्ट हो गया। इसके बाद फातिमा के पिता ने विशाल से कहा कि वह नई दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारी सैयद एस हुसैन तिर्मिज़ी से मुलाकात करे। वह विशाल की मदद करेगा। तिर्मिज़ी को भी इस मामले में नामित किया गया था।
विशाल दो बार गया पाकिस्तान
इसके बाद विशाल दिल्ली आया और तिर्मिज़ी से सपंर्क किया। वह पहाड़गंज में रुका था। इस दौरान फातिमा और उसके पिता से पैसे लिए। इसके बाद तिर्मिज़ी ने विशाल के पाकिस्तान जाने की व्यवस्था की। इसके बाद विशाल दो बार 2006 और 2007 में दो सप्ताह से अधिक समय के लिए पाकिस्तान गया। उसे पता नहीं था कि वह किस जाल में फंस चुका है।
बन गया पाकिस्तानी जासूस
पुलिस ने बताया कि विशाल जब पाकिस्तान से लौटा तो उसके पास कुछ सीक्रेट डाक्यूमेंट्स थे। उसने सैन्य ठिकानों और धार्मिक स्थलों की सीक्रेट जानकारी इकट्ठी की थी। पुलिस का कहना है कि वह पाकिस्तान में किसी एजेंट को यह जानकारी सौंपने वाला था। इसलिए हमने उसका पीछा किया।
इसके बाद विशाल को 8 अप्रैल, 2007 को पुणे शहर पुलिस ने जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया। पुलिस को उसके पास से कई सीक्रेट जानकारी के रूप में सैन्य ठिकानों, धार्मिक स्थलों की सीडी व संदिग्ध तस्वीरें भी मिली थीं। वह पुणे एनडीए भी गया था। इतना ही नहीं उसके पास कई सैन्य अधिकारियों के नंबर भी थे। पुलिस को विशाल के पास से फातिमा की तस्वीरें और सलाहुद्दीन शा से संबंधित लिफाफा भी मिला था।
विशाल ने बताया कि वह पाकिस्तान में फातिमा के परिवार से मिला। वह कराची में उसके घर पर रूका था। उसके साथ खरीदारी की। उसके साथ होटल गया। विशाल ने यह भी बताया कि दूसरी बार जब वह पाकिस्तान गया तो सलाहुद्दीन ने उसे सीक्रेट जगह पर ले जाकर ट्रेनिंग दिलावाई। हालांकि उसका यह भी कहना था कि वह सिर्फ अपने प्यार के लिए पाकिस्तान गया था।