NIA, ED Conduct Multiple Raids Across Country News in Hindi: देश के करीब 10 प्रदेशों में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और प्रदेश के पुलिस बलों की एक जॉइंट टीम ने छापेमारी कर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के 100 से अधिक नेताओं को गिरफ्तार किया है।

PFI के खिलाफ जांच एजेंसियों का सबसे बड़ा एक्शन

देश में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के खिलाफ जांच एजेंसियों की ये अबतक की सबसे बड़ी कार्रवाई बताई जा रही है। जिसमें अब तक केरल से सबसे ज्यादा 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि महाराष्ट्र और कर्नाटक से 20, आंध्र प्रदेश से 5, असम से 9, यूपी से 8, दिल्ली से 3 और राजस्थान से 2 लोगों को गिरफ्तार किया है।

ऐसे बनाया गया ‘ऑपरेशन मिडनाइट’

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि पीएफआई पर मेगा एक्शन को लेकर गृह मंत्रालय और एनआईए, ईडी और इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारियों ने 19 सितंबर को इस संबंध में बातचीत की थी। इस बैठक में प्लान बनाया गया था कि पीएफआई पर बहुत ही गुप्त तरीके से कार्रवाई की जाएगी। बताया जा रहा है कि इस पीएफआई पर हुई ताबड़तोड़ कार्रवाई को रात में शुरू किया गया और इसे ‘ऑपरेशन मिडनाइट’ का नाम दिया गया। एजेंसियों ने जानबूझकर इस इस ऑपरेशन को आधी रात के बाद शुरू किया ताकि कहीं भी पीएफआई संगठन से जुड़े कार्यकर्ता हंगामा न कर सकें। रिपोर्ट के मुताबिक, ऑपरेशन मिडनाइट को कंट्रोल करने के लिए छह कंट्रोल रूम बनाए गए थे।

200 NIA अधिकारी छापेमारी में थे शामिल

इस ऑपरेशन में सभी एजेंसियों ने अपनी भूमिका निभाई। इस छापेमारी में चार आईजी, एडीजी, 16 एसपी समेत एनआईए के करीब 200 अधिकारी शामिल थे। इन टीमों को 200 से अधिक पीएफआई संदिग्धों के डोजियर सौंपे गए। जॉइंट टीम के इस ऑपरेशन में सभी संदिग्धों की रेकी एक हफ्ते में पूरी कर ली गई थी, जिसके बाद अलग-अलग जहों की छापेमारी में 150 से अधिक मोबाइल फोन, 50 से अधिक लैपटॉप, आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है।

छापेमारी में टेरर फंडिंग का पहलू

ऑपरेशन मिडनाइट को बुधवार और गुरुवार की दरम्यानी रात को एनआईए और ईडी की टीमें भेजी गईं और पीएफआई पर पूरे भारत में कार्रवाई शुरू हुई। जांच एजेंसियों की यह संयुक्त छापेमारी टेरर फंडिंग, ट्रेनिंग कैंप, लोगों को कट्टरपंथी बनाने में शामिल संदिग्ध लोगों के घरों पर केंद्रित रही। हाल ही में, केंद्रीय एजेंसियों द्वारा गृह मंत्रालय को अवगत कराया गया था कि पीएफआई एक आपराधिक साजिश के तहत खाड़ी देशों में बने नेटवर्क के जरिए से भारी रकम जुटा रहा था।

रिपोर्ट में सामने आई थी ऐसी बातें

एनआईए ने 19 सितंबर को आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में छापेमारी के बाद चार आरोपियों की गिरफ्तारी के संबंध में एक रिमांड रिपोर्ट दायर की थी। रिपोर्ट से पता चला है कि पीएफआई आतंकवादी गतिविधियों की साजिश रचने की कोशिश कर रहा है और पीएफआई कार्यकर्ताओं को एक विशेष धर्म के लोगों की पहचान करने और नफरत फैलाने के साथ कट्टरपंथी बनाने की ट्रेनिंग भी दे रहा है।