उत्तर प्रदेश में लखनऊ पुलिस ने एक फेसबुक यूजर पर केस दर्ज किया है। युवक पर आऱोप है कि उसने हाथरस में 19 साल की लड़की से कथित गैंगरेप के मामले को लेकर सोशल मीडिया पर राज्य सरकार की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है। लखनऊ डीसीपी (सेंट्रल) सोमेन बार्मा ने बताया कि ‘इस मामले में मुन्ना यादव के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। उसके फेसबुक पोस्ट से पता चलता है कि उसने राज्य में कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने और सांप्रदायिक तथा सामाजिक शांति को भंग कर दंगा भड़काने की कोशिश की है।’
इस मामले में धारा 153 A, 153 B, 420, 465, 468, 469, 500, 505 के तहत केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा आईटी एक्ट के तहत भी इस मामले में केस दर्ज किया गया है।
‘The Indian Express’ से बातचीत करते हुए डीसीपी ने कहा कि इस मामले में स्थानीय पुलिस स्टेशन के एक सब-इंस्पेक्टर की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है। जिनके संज्ञान में युवक का यह विवादित फेसबुक पोस्ट आया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक मुन्ना यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक बयान को एडिट कर फेसबुक पर डाला। इसमें एक न्यूज चैनल का लोगो और नाम भी नजर आ रहा है।
पुलिस का कहना है कि इस मामले में युवक को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। स्क्रीन शॉट में ब्रेकिंग न्यूज लिखकर मुख्यमंत्री की फोटो के साथ बाकायदा उनका फर्जी बयान जारी किया गया। ये स्क्रीन शॉट वाट्सएप समेत अन्य सोशल मीडिया के अकाउंट पर तेजी से वायरल किया गया। इस पर नरही चौकी प्रभारी भूपेंद्र सिंह की नजर गई तो उन्होंने अपने अफसरों को सूचना दी।
बताया जा रहा है कि फेसबुक यूजर को पकड़े के लिए पुलिस और साइबर क्राइम सेल की टीमों को लगाया गया है। स्क्रीन शॉट की खबर को सबंधित चैनल की वेबसाइट पर चेक किया गया। न्यूज चैनल ने भी इसका खंडन किया। पुलिस जांच में भी यह पाया गया कि संबंधित स्क्रीन शॉट वाला मैसेज सिर्फ मुख्यमंत्री की छवि धूमिल करने के इरादे से किया गया था, जो पुलिस जांच में भी फर्जी पाया गया।

