प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की पूछताछ में हसीना पारकर के बेटे अलीशाह पारकर ने बड़ा खुलासा किया है। अलीशाह ने ईडी को बताया है कि, अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान के कराची में है। अलीशाह ने ईडी को दिए गए बयान में इस बात को जोड़ा है कि वह या उसका परिवार दाऊद इब्राहिम के संपर्क में नहीं है, लेकिन दाऊद की पत्नी महजबीन कभी-कभी त्योहारों के दौरान उसकी पत्नी और बहनों से संपर्क करती हैं।
हसीना पारकर के बेटे अलीशाह पारकर ने ईडी को बताया कि “दाऊद इब्राहिम मेरे मामा हैं और वह 1986 तक दक्षिण मुंबई में डंबरवाला इमारत की चौथी मंजिल पर रहते थे। मैंने कई लोगों और रिश्तेदारों से सुना है कि दाऊद इब्राहिम कराची में है। अलीशाह ने आगे बताया कि जब वह पैदा भी नहीं हुआ था तब उसके मामा (दाऊद) कराची चले गए थे। हालांकि, अब न ही मैं और न ही मेरे परिवार के सदस्य उनके संपर्क में हैं। कभी-कभी ईद, दीवाली और अन्य त्योहार के मौके पर मेरी मामी (दाऊद की पत्नी महजबीन) और मामा (दाऊद इब्राहिम) मेरी पत्नी आयशा और मेरी बहनों से संपर्क करते हैं।”
हसीना पारकर के बेटे द्वारा किए गए बड़े खुलासे पर प्रतिक्रिया देते हुए, महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने कहा कि केंद्र सरकार को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। गृह मंत्री वालसे ने आगे कहा कि “अभी तक हमें उसकी लोकेशन का पता नहीं था, लेकिन अब यह साफ है कि वह (दाऊद) कहां है तो केंद्र सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए और कार्रवाई करनी चाहिए।”
ज्ञात हो कि, ईडी अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से जुड़े प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग (पीएमएलए) मामले की जांच कर रहा है और उसी के सिलसिले में अंडरवर्ल्ड डॉन और उसके सहयोगियों से जुड़े कई स्थानों पर छापेमारी की थी। इसके अलावा दाऊद की दिवंगत बहन हसीना पारकर के घर पर भी इस साल की शुरुआत में ईडी ने छापा मारा था। ईडी की यह जांच हाल ही में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों के खिलाफ यूएपीए के तहत दर्ज प्राथमिकी पर आधारित है।
ईडी ने पिछले महीने दाऊद इब्राहिम से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक विकास मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता मलिक को इस मामले में 23 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था और फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में हैं। ईडी के वकीलों ने कहा कि अदालत की रजिस्ट्री में 5,000 पन्नों से अधिक का आरोप पत्र दाखिल किया गया है। उन्होंने कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों की विशेष अदालत दस्तावेजों के सत्यापन के बाद आरोप पत्र पर संज्ञान लेगी।