हरियाणा से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। यहां जींद जिले के एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल पर छात्राओं का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है। फिलहाल आरोपी प्रिंसिपल को गिरफ्तार कर लिया गया है। बता दें कि यह गिरफ्तारी तब हुई जब हरियाणा राज्य महिला आयोग ने पुलिस को अल्टीमेटम दिया। फिलहाल मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है। असल में मामला सामने आने के बाद हरियाणा राज्य महिला आयोग ने पुलिस पर आरोपियों के खिलाफ जल्द एक्शन लेने का दबाव बनाया। इसके बाद ही पुलिस ने 50 से अधिक छात्राओं के साथ यौन उत्पीड़न करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
मामले में आयोग ने कहा कि उन्होंने स्कूल की कुछ छात्राओं की शिकायतें 14 सितंबर को पुलिस को भेज दी थीं लेकिन कार्रवाई 30 अक्टूबर को की गई। अब मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। आगे की जांच SIT ही करेगी।
दरअसल, 50 से अधिक छात्राओं ने प्रशासन पत्र लिखकर प्रिंसिपल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद शिक्षा विभाग ने 27 अक्टूबर को आरोपी प्रिंसिपल को सस्पेंड कर दिया। हालांकि इसके बाद उन्होंने प्रिंसिपल के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की।
मामले में एक पुलिस अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि हरियाणा राज्य महिला आयोग ने मामले में हस्तक्षेप किया जिसके बाद जींद पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए टीमें गठित कीं। रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान 55 साल का आरोपी गिरफ्तारी से बचने की कोशिश करता रहा।
प्रिंसिपल के खिलाफ मिलीं 60 लिखित शिकायतें
अधिकारी ने आगे कहा, “हमें छात्राओं से प्रिंसिपल के खिलाफ 60 लिखित शिकायतें मिली हैं। इनमें से 50 लड़कियों ने आरोपियों के हाथों शारीरिक शोषण की बात कही है। 10 अन्य लड़कियों ने अपनी शिकायत में कहा कि उन्हें पता था कि प्रिंसिपल ऐसी हरकतें कर रहा था।” लड़कियों ने कहा कि आरोपी उन्हें अपने ऑफिस में बुलाता था और अश्लील हरकतें करता था।
भाटिया ने आगे कहा, “शुरुआत में हमें कुछ छात्राओं से 13 सितंबर को एक शिकायत मिली थी। कथित तौर पर प्रिंसिपल का साथ देने वाली एक महिला शिक्षका की भी जांच की जा रही है।
फिलहाल जींद पुलिस ने सोमवार को प्रिंसिपल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354-ए (यौन उत्पीड़न), 341 (गलत तरीके से रोकना) और 342 (गलत तरीके से कारावास) और यौन अपराधों से बच्चों की सुरक्षा (POCSO) के तहत मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच की जा रही है।