हरियाणा के नूंह जिले में ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा पर हमले के बाद कई इलाके में फैले सांप्रदायिक हिंसा की आंच के राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गुरग्राम तक पहुंच गई। नूंह हिंसा के दो दिन बाद बुधवार को गुड़गांव के पालदा ढाणी में 25-30 लोगों के एक समूह ने दो भाइयों पर कथित तौर पर हमला किया। पुलिस के अनुसार, रुस्तम और निसार अली को भीड़ ने निशाना बनाया और सेक्टर 70 स्थित अपना घर छोड़ने के लिए कहा।
25-30 लोगों ने बेल्ट से पीटा, एक दिन सब छोड़कर जाने के लिए कहा
पश्चिम बंगाल के रहने वाले दोनों भाई गुरुग्राम की एक आवासीय सोसायटी में सफाईकर्मी के रूप में काम करते हैं। इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए निसार ने दावा किया, “बुधवार की रात 25-30 लोगों ने हमें बेल्ट से पीटा। एक दिन पहले, कुछ लोग हमारे इलाके में आये थे और हमें एक दिन में सबकुछ छोड़कर चले जाने के लिए कहा था। उन्होंने मुझसे कहा कि मैं वहां नहीं रह सकता और मुझे अपने गांव वापस जाने के लिए धमकी दी। वे लोग नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद आए थे और सब एक ही समुदाय से थे।”
गुरुग्राम के बादशाहपुर पुलिस स्टेशन में आईपीसी की इन धाराओं में मामला दर्ज
निसार की शिकायत के आधार पर गुरुग्राम पुलिस ने आईपीसी की संबंधित धाराओं के तहत एक एफआईआर दर्ज की। बादशाहपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज मामले में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ दंगा, आपराधिक धमकी, जानबूझकर चोट पहुंचाने के लिए सजा और जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से दुर्भावनापूर्ण कृत्य जैसे आरोप शामिल थे। जांच से जुड़े एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “हम जांच कर रहे हैं और जल्द ही आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लेंगे।”
मेवात हिंसा के बाद से ही झुग्गियों में लोगों की पहचान करने आई भीड़
निसार ने कहा कि वह और उसका भाई पालदा ढाणी स्थित लड्डू कच्ची बस्ती में किराए पर रहते हैं। पुलिस को दी गई शिकायत में आरोप लगाया गया है, “सोमवार को मेवात में (हिंसा) के कारण कुछ लोग झुग्गी में आए थे और हमारे नाम और पते पूछ रहे थे… उन्होंने कहा कि वे हमें मार डालेंगे और यहां के घरों को जला देंगे। मंगलवार को लगभग 25-30 लड़कों का एक समूह हमारी झुग्गी में आया और हमसे कहा कि हमें इलाका छोड़ने के लिए एक दिन का समय दिया गया है।”
निसार ने पुलिस को दी शिकायत में और क्या- क्या कहा
निसार ने शिकायत में आगे कहा, “बुधवार शाम करीब 7 बजे जब मैं और मेरा भाई रुस्तम काम से आ रहे थे तो 4-5 लड़के आए… मेरा नाम-पता पूछने के बाद उन्होंने हम दोनों को पीटना शुरू कर दिया। उन्होंने अन्य लोगों को बुलाया तो लगभग 25-30 आदमी आये। उन्होंने मुझे पीठ पर बेल्ट से मारा और होठों पर मुक्का मारा। बाद में उन्होंने मुझे और मेरे भाई को लात और घूंसे मारे। उन्होंने कहा कि मुस्लिम लोगों को यहां से चले जाना चाहिए…”
Nuh Mewat News: गौ तस्करी, अवैध खनन और Cyber Crime, जुर्म के गढ़ नूंह में जाने से पुलिस भी घबराती है | Video
अंजुमन मस्जिद मामले में तिगरा गांव के 100 से अधिक लोगों ने मांगी जानकारी
इस बीच, गुरुग्राम पुलिस ने कहा कि तिगरा गांव के 100 से अधिक लोगों ने अंजुमन मस्जिद मामले के संबंध में जानकारी मांगने के लिए गुरुवार को सेक्टर 56 पुलिस स्टेशन तक मार्च किया। तिगरा गांव में एक नायब इमाम की हत्या कर दी गई थी। एसएचओ सतीश कुमार ने कहा, “उन्होंने पूछा कि मामले में कितने लोगों का नाम लिया गया है। उन्होंने मांग की कि किसी भी निर्दोष व्यक्ति को गिरफ्तार नहीं किया जाए।”
अंजुमन मस्जिद में आगजनी और हत्या के मामले में जांच के लिए एसआईटी का गठन
गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर कला रामचंद्रन ने कहा कि बुधवार दोपहर के बाद से जिले में कोई बड़ी घटना नहीं हुई और शांति बनी हुई है। अब तक कुल 25 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें 33 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि 53 लोगों के खिलाफ दंगा निवारक कार्रवाई की गई है। पुलिस कमिश्नर ने कहा, अंजुमन मस्जिद में आगजनी और हत्या के मामले में दर्ज आरोपों की जांच के लिए डीसीपी (अपराध) के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया है।