Haryana Teacher Murder Case: हरियाणा के भिवानी से सनसनीखेज खबर सामने आ रही है, यहां लोहारू में एक 19 साल की शिक्षिका मनीषा की लाश खेत में बुरे हाल में मिलने के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए हरियाणा सरकार ने व्यापक जनाक्रोश के बीच मंगलवार को भिवानी और चरखी दादरी जिलों में 48 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट, ‘बल्क एसएमएस’ और डोंगल सेवाओं को निलंबित करने का आदेश दिया है।

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इससे पहले शिक्षिका मनीषा हत्याकांड के मामले में संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री नायब सैनी ने भिवानी के पुलिस अधीक्षक मनबीर सिंह का तबादला कर दिया। इसके साथ ही ड्यूटी के प्रति लापरवाही के आरोप में लोहारू थाने के प्रभारी अशोक को लाइन हाजिर और महिला एएसआई शकुंतला व डायल 112 की इमरजेंसी रिस्पांस व्हीकल (ईआरवी) टीम के ईएसआई अनूप, कांस्टेबल पवन व एसपीओ धर्मेंद्र को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। चलिए बताते हैं कि पूरी घटना क्या है?

दरअसल, ‘प्लेस्कूल’ की शिक्षिका मनीषा का शव 13 अगस्त को भिवानी के एक खेत में मिला था। वह 11 अगस्त को स्कूल से निकलने के बाद कथित तौर पर एक नर्सिंग कॉलेज में एडमिशन के बारे में पूछताछ करने गई थी। इसके बाद से वह लापता थी। इस मौत से भारी आक्रोश फैल गया। लोगों ने जिले की प्रमुख सड़कों को जाम कर दिया और कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने सीबीआई से मामले की जांच कराने की मांग की।

संचार सेवा संबंधी आदेश में शिक्षिका की मौत का कोई जिक्र नहीं है, लेकिन सूत्रों के अनुसार मामले से जुड़े घटनाक्रम के मद्देनजर यह आदेश जारी किया गया है। गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव सुमिता मिश्रा द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि इंटरनेट सेवा 19 अगस्त 11 बजे से 21 अगस्त सुबह 11 बजे तक बंद रहेगी। आदेश में कहा गया कि भिवानी और चरखी दादरी जिले में प्रदर्शन, आंदोलन, सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान एवं सार्वजनिक शांति और सौहार्द भंग होने की आशंका है।

ऐसे में यह आदेश शांति और सार्वजनिक व्यवस्था में किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए जारी किया गया है। इस बीच, मौत के मामले में एक ‘पत्र’ के सामने आने से जांच का रुख बदल गया है। बताया जा रहा कि यह पत्र कथित तौर पर आत्महत्या से पहले लिखा गया था। भिवानी के पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार ने बताया कि मनीषा के शव के पास एक बैग में पत्र मिला था, जिसमें उसका आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज भी थे।

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उन्होंने आगे यह भी कहा कि मनीषा द्वारा कीटनाशक खरीदने के सबूत भी मिले हैं। उन्होंने कहा कि विसरा के नमूने में शरीर में कीटनाशक की मौजूदगी की पुष्टि हुई है। इसके उलट, मनीषा के परिवार के सदस्यों ने जोर दिया कि उसकी हत्या की गई है। उसका शव बुरे हाल में बरामद हुआ था, मनीषा के कपड़े फटे थे और आंख सहित कई अंग गायब थे। उसके चेहरे को मानो तेजाब से जलाया गया हो। परिजन ने शव को लेने से इनकार कर दिया है। लोग मनीषा को इंसाफ दिलाने के लिए सड़क पर उतर आए हैं, हालांकि आगे की जांच की जा रही है।

विपक्षी दलों ने भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राज्य सरकार की आलोचना की और दावा किया है कि कथित हत्या भाजपा के शासन में कानून-व्यवस्था की विफलता का सबूत है। कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि राज्य सरकार और पुलिस की भूमिका लापरवाह और गैरजिम्मेदाराना रही है तथा “पूरे मामले को आत्महत्या साबित करने का दुर्भाग्यपूर्ण प्रयास किया जा रहा है।”