गुजरात के राजकोट से दिल को दुखाने वाली घटना सामने आई है। यहां 8 साल की बच्ची से उसके पिता के तीन शादीशुदा दोस्तों ने गैंगरेप किया और पकड़े जाने के डर से उसकी हत्या कर दी। फिलहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। बच्ची का शव शनिवार को भक्तिनगर रेलवे यार्ड के पास मिला था। आरोपियों की पहचान बिहार के मूल निवासी मिथिलेश कुमार उर्फ कनियो दास (24), राजस्थान के उदयपुर निवासी भरत मीना (38) और उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के रहने वाले अमरेश उर्फ बृजेश कुलदीप (25) के रूप हुई है।
इस मामले में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त विधि चौधरी ने कहा कि आरोपी लड़की के पिता को पहले से जानते थे। वे पड़ोसी थे और एक ही कारखाने में काम करते थे। बच्ची शुक्रवार शाम को लापता हो गई थी। उसके पिता ने उसी रात मालवीय नगर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। चौधरी ने कहा कि पोस्टमॉर्टम में यौन उत्पीड़न की पुष्टि हुई है। आरोपियों को डर था कि बच्ची अपने पिता को दुष्कर्म के बारे में बता देगी इसलिए उन्होंने उसे मार डाला। पुलिस ने दास को वीरमगाम, मीना को राजस्थान और अमरेश को राजकोट शहर से गिरफ्तार किया।
बच्ची के फुसलाकर सुनसान जगह पर ले गया आरोपी
रिपोर्ट के अनुसार, जब बच्ची अपने घर के पास खेल रही थी तब मिथिलेश उसे फुसलाकर एक सुनसान जगह पर ले गया। वहां दो अन्य आरोपी पहले से मौजूद थे। बच्ची मदद के लिए चिल्लाने लगी लेकिन उन्होंने उसका मुंह बंद कर दिया और फिर बारी-बारी से उसके साथ बलात्कार किया। इसके बाद उन्होंने बच्ची के सिर को पत्थर से कुचलकर उसकी हत्या कर दी।
सीसीटीवी में आरोपी के साथ जाती दिखाई दी बच्ची
पुलिस ने जब इलाके के सीसीटीवी को स्कैन किया तो पाया कि एक फुटेज में बच्ची सड़क पर एक शख्स के साथ चलती हुई दिखाई दे रही है। हालांकि सीसीटीवी में आरोपी का चेहरा साफ नहीं था। उसे पहचानना मुश्किल था। इलाके के कुछ लोगों से बात करने पर पुलिस को पता चला कि आरोपी का नाम मिथिलेश है। पुलिस ने मिथिलेश को ट्रैक किया। उसने पुलिस के सामने अपना अपराध करना स्वीकार कर लिया। इसके हाद बाकी दो आरोपियों की भी गिरफ्तारी हो गई। मामले में आगे की कार्रवाई की जा रही है।