Gorakhpur Student Murder Case: गोरखपुर में इंस्टाग्राम स्टेटस को लेकर हुए विवाद में 11वीं क्लास के छात्र सुधीर भारती की हत्या कर दी गई। 26 दिसंबर को सुधीर ने इंस्टाग्राम पर लिखा था – तुम अपने जीजा की वजह से उछल रहे हो। हम तुम्हारे घर में घुसकर तुम्हें मारेंगे। अगर हिम्मत है तो सामने आओ।
दौनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार इस पोस्ट के बाद 4 लड़के कोऑपरेटिव इंटर कॉलेज कैंपस में घुस गए और सुधीर पर गोली चला दी। पहली गोली मिस होने के बाद, 2 आरोपियों ने सुधीर के हाथ पकड़ लिए, फिर उसकी छाती में एक गोली मार दी। ज़्यादा खून बहने से सुधीर वहीं गिर गया, और फिर लड़के पिस्तौल लहराते हुए भाग गए। इसके बाद परिवार और गुस्साए गांव वालों ने 2.30 घंटे तक हंगामा किया।
मृतक के परिजनों ने जमकर किया हंगामा
रिपोर्ट के अनुसार 17 साल के आरोपी का घर सुधीर के घर से सिर्फ 100 मीटर दूर है। परिवार वालों ने शव को उसके गेट पर रख दिया और रोने लगे। मृतक की मां ने कहा – एक जान के बदले जान मिलनी चाहिए। आधी रात तक शव का पोस्टमार्टम पूरा नहीं हो पाया था। परिवार वाले पुलिस स्टेशन में ही रहे। FIR में 17 साल के मुख्य आरोपी के अलावा विनय, रोशन और ऋषभ का नाम है। पुलिस ने स्टेशन पर उनके परिवारों से पूछताछ की।
पुलिस जांच में पता चला कि 3 दिन पहले सुधीर का गांव के इन नाबालिग लड़कों से झगड़ा हुआ था। दरअसल, गांव में लड़कों के कई ग्रुप हैं और वे एक-दूसरे पर दबदबा बनाने के लिए लड़ते रहते हैं। गांव के बड़े-बुजुर्ग इन लड़कों के बीच सुलह करवाते थे। लेकिन इस बार इन लड़कों के बीच इंस्टाग्राम पर सोशल वॉर भी चल रहा था। दोनों तरफ के लोग न सिर्फ एक-दूसरे से लड़ रहे थे, बल्कि सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के लिए स्टेटस और पोस्ट भी डाल रहे थे।
नतीजतन, 26 दिसंबर की सुबह सुधीर ने एक स्टेटस पोस्ट किया था। उसमें गाली-गलौज वाली भाषा थी और लिखा था कि अगर हिम्मत है तो आओ और मेरा सामना करो। पुलिस अभी तक हत्या के आरोपियों तक नहीं पहुंची है, लेकिन माना जा रहा है कि इस स्टेटस के बाद आरोपियों ने हत्या की योजना बनाई। शुक्रवार रात को पुलिस ने 17 साल के मुख्य आरोपी, विनय, रोशन और ऋषभ के परिवारों को पूछताछ के लिए बुलाया।
अब पुलिस इन परिवारों को सुरक्षा भी दे रही है, क्योंकि इस बात का डर है कि सुधीर का परिवार और गुस्साए गांव वाले आरोपियों के परिवारों पर हमला कर सकते हैं। इस घटना के बाद पुलिस ने 17 साल के आरोपी और विनय के घरों को उनकी मौजूदगी में ताला लगा दिया है। उन्हें पुलिस स्टेशन में रखा गया है। आरोपियों के घरों को कोई नुकसान न पहुंचे, इसके लिए गढ़वा वार्ड में पुलिस भी तैनात की गई है।
दोनों हाथ पकड़कर सीने में मार दी गोली
सुधीर के दोस्त उसे भोला कहकर बुलाते थे। सुधीर ने भोला नाम से इंस्टाग्राम ID बनाई थी। वह एक दिन में 4-5 रील अपलोड करता था। लेकिन यही रील उसकी मौत का कारण बन गईं। सुधीर की चाची श्यामा देवी ने आरोप लगाया – मेरा भतीजा आज सुबह गांव के एक लड़के को बाइक चलाना सिखाने गया था। इस दौरान एक युवक सामने से आया और उस पर गोली चला दी, लेकिन पहली गोली मिस हो गई। इसके बाद दो और युवक मौके पर पहुंचे और सुधीर का हाथ पकड़ा, फिर एक और युवक ने उसके सीने में गोली मार दी, जिससे सुधीर वहीं गिर गया।
बकौल चाची – जिस युवक को सुधीर गाड़ी चलाना सिखा रहा था, वह डर के मारे मौके से भाग गया और मोहल्ले में आकर हमें घटना की जानकारी दी। पहले तो हमें लगा कि वह मजाक कर रहा है, लेकिन जब सभी लोग खेत की तरफ भागे तो पता चला कि उसे सच में गोली लगी है। घरवालों ने कहा- 3 दिन पहले झगड़ा होने पर डांटकर शांत करा दिया था।
सुधीर भारती अपने पिता राजेश कुमार और मां राजकुमारी के साथ पिपराइच के गढ़वा के वार्ड नंबर 1 में रहता था। बड़ा भाई अजीत घर से दूर रहकर कार पेंटर का काम करता है। पिता राजेश लोहा बेचने का काम करते हैं। राजकुमारी ने बताया कि नाबालिग आरोपी का घर उनके घर से 100 मीटर दूर है। 3 दिन पहले मेरे बेटे सुधीर का घर के पास ही आरोपी से झगड़ा हुआ था। तब मैंने अपने बेटे को डांटकर घर के अंदर भेज दिया था।
बाइक चलाना सीखने गया था छात्र
उसे समझाया था कि बुरे लोगों से मत उलझो। सुबह सुधीर एक जान-पहचान वाले के साथ कॉलेज ग्राउंड में बाइक चलाना सीखने गया था। कॉलेज 200 मीटर दूर है। कॉलेज में पढ़ने वाले चश्मदीद राज ने बताया कि लंच का समय था और वह छत पर था। सुधीर किसी को ग्राउंड में बाइक चलाना सिखा रहा था। तभी एक बाइक पर चार लड़के आए। मैं उन्हें जानता हूं।
उनमें से दो ने फायरिंग शुरू कर दी। सुधीर के सीने के पास गोली लगी थी। मैं देख रहा था। फिर आरोपियों ने मुझ पर भी गोलियां चलाईं। इसके बाद वे हथियार लहराते हुए भाग गए। सुधीर की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद 50 से ज़्यादा कॉलेज के छात्र जमा हो गए। सभी छात्रों ने सुधीर को कुछ दूर तक अपने कंधों पर उठाया। इसके बाद उसे बाइक से गढ़वा वार्ड में उसके घर ले जाया गया। वहां से सुधीर की मां को खबर दी गई।
सुधीर की मां राजकुमारी ने बताया कि वह शाहपुर के बिछिया इलाके में स्थित बाल शिशु गृह में काम करती हैं। ठंड की वजह से वह दोपहर में गोरखपुर काम पर जा रही थीं। करीब 1:40 बजे उन्हें तुरंत घर आने के लिए फोन आया। जब उन्होंने पूछा कि क्या हुआ, तो किसी ने कुछ नहीं कहा। वह दूसरा ऑटो लेकर घर आईं। यहां उन्हें उनके बेटे की बॉडी दिखाई गई। वह खून से लथपथ था।
घटना के बाद गुस्साए परिवार वाले और गांव वाले बॉडी लेकर बगल में नाबालिग आरोपी के घर पहुंच गए। इसके बाद वे घर में घुस गए और तोड़फोड़ शुरू कर दी। इस बीच, आरोपी की मां घर पर मिल गई।
भीड़ ने उसे भी पीटना शुरू कर दिया। तभी पिपराइच पुलिस भी वहां पहुंच गई। काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने आरोपी की मां को बचाया और अपनी गाड़ी में बैठाया। इसके बाद गुस्साए लोगों ने गाड़ी को घेर लिया। एक युवक पुलिस की गाड़ी के नीचे लेट गया। करीब आधे घंटे तक हंगामा चलता रहा। फिर SSP राज करन नय्यर मौके पर पहुंचे।
उन्होंने परिवार को समझाना शुरू किया। लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था। मामला बढ़ता देख पांच थानों की पुलिस टीम बुलाई गई। साथ ही, पुलिस लाइन से भी फोर्स बुलाई गई। ढाई घंटे के हंगामे के बाद पुलिस ने बॉडी को कब्जे में लिया। इसके बाद बॉडी को एक ऑटो में रखा गया। परिवार के लोग भी उसमें बैठ गए। ऑटो घर से थोड़ी ही दूर गया था कि रामलीला मैदान के पास भारी भीड़ ने रास्ता रोक दिया। गांव वालों ने गाड़ी रोकने के लिए सड़क पर ईंट-पत्थर बिछा दिए थे।
यहां भी पुलिस को करीब 20 मिनट तक कड़ी मशक्कत करनी पड़ी, तब जाकर गाड़ी आगे बढ़ पाई। इसके बाद शव को पिपराइच थाने लाया गया। यहां सुधीर के पिता राजेश कुमार की शिकायत पर चार लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है।
