उत्तर प्रदेश की गाजियाबाद पुलिस ने शनिवार को तीन युवतियों को गिरफ्तार किया है, जो अडल्ट वेबसाइट और लाइव चैट कर लोगों के अश्लील वीडियो रिकॉर्ड कर लेती थी और फिर उन्हीं वीडियो के दम पर पैसा हड़पने का काम करती थी। तीनों युवतियों पर ब्लैकमेल करने और कई पुरुषों को अश्लील वीडियो के बल पर वसूली के आरोप हैं।
ऐसे चल रहा था ब्लैकमेलिंग और वसूली का खेल
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि तीनों युवतियां लाइव चैट के लिए एक अडल्ट वेबसाइट और इंस्टाग्राम लाइव का इस्तेमाल कर रही थीं। बातचीत के बाद कई सारे लोगों ने वीडियो चैट के लिए उनके साथ अपने फोन नंबर आसानी से शेयर कर दिए थे। पुलिस को अब तक उनके खाते में 13 लाख रुपये के लेन-देन का पता चला है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उन्होंने कितने लोगों से अश्लील वीडियो के दम पर वसूली की है। गिरोह के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए भी टीमें काम कर रही हैं।
गाजियाबाद के विजय नगर से हुई गिरफ्तारी
एसपी (शहर) निपुण अग्रवाल ने कहा, “हमें अवैध गतिविधियों और जबरन वसूली में शामिल एक गिरोह के बारे में सूचना मिली थी। शुक्रवार शाम हमने गाजियाबाद के विजय नगर इलाके में मेडिकल मार्केट से तीन आरोपियों को पकड़ने में कामयाबी हासिल की।” पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान काजल, शिवानी और मेघा के रूप में हुई है, जो फिलहाल में नोएडा रहती है। तीनों युवतियां गाजियाबाद की रहने वाली हैं।
इंस्टाग्राम-अडल्ट वेबसाइट और स्क्रीन रिकॉर्डर का होता था यूज
पूछताछ के दौरान, तीनों युवतियों ने खुलासा किया कि उन्होंने ब्यूटी पार्लर चलाने वाली एक महिला रेणु के लिए काम किया। तीनों सुबह करीब 11 बजे पार्लर में काम करने आटी थी। इसके बाद वह इंस्टाग्राम लाइव और एक अडल्ट वेबसाइट हैंडल करने के लिए लैपटॉप और मोबाइल फोन का इस्तेमाल करती थी। युवतियों के मुताबिक, अडल्ट वेबसाइट के अकाउंट रेणु के साथी आकाश के नाम पर बनाए गए थे। सभी वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए स्क्रीन रिकॉर्डर का इस्तेमाल किया जाता था। युवतियां, वेबसाइट पर आने वाले पुरुषों का मोबाइल नंबर लेकर उन्हें लाइव चैट के लिए बहलाती थी और फिर वीडियो के साथ ब्लैकमेल कर मोटी रकम वसूलती थी।
ब्यूटी पार्लर को बना रखा था ठिकाना
पुलिस ने ब्यूटी पार्लर में छापा मारकर तीन मोबाइल फोन, तीन वेबकैम, दो आधार कार्ड, दो पैन कार्ड, दो लैपटॉप और एक राउटर जब्त किया है। अब तक की जांच में सामने आया है कि दो खातों में 13 लाख रुपये ट्रांसफर किए जा चुके हैं, जिन्हें पुलिस वसूली की रकम मान रही है।
युवतियों को देते थे हफ्ते के चार हजार और वसूली में कमीशन
इन युवतियों को वसूली में कमीशन के अलावा चार हजार रुपए प्रति हफ्ते दिए जाते थे। तीनों पिछले डेढ़ साल से इस तरह के कामों में शामिल थीं। पुलिस, आकाश और रेणु को मास्टरमाइंड मान रही हैं, जो कि फरार हैं। एसपी सिटी ने बताया कि सभी आरोपियों पर आईपीसी की धारा 292 (अश्लील कंटेंट की बिक्री), 384 (जबरन वसूली), 406 (आपराधिक विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी) और 34 (सामान्य इरादा) और आईटी की धारा 67 ए के तहत मामला दर्ज किया गया है।