उत्तर प्रदेश के आगरा से बुधवार को दीवानी कोर्ट की पेशी में आए एक गैंगस्टर को उसके चार साथी छुड़ाकर ले गए थे। अब इस मामले में नई कहानी सामने आई है, जिसे सुनकर पुलिस वाले भी सन्न हैं। जानकारी के मुताबिक, 30 मुकदमो में आरोपी गैंगस्टर विनय श्रोत्रीय सिपाही की ही लापरवाही के चलते फरार हो गया था।
पुलिस के मुताबिक, इस मामले में की गई जांच में सामने आया कि गैंगस्टर विनय के भाग निकलने में सिपाही अनुज प्रताप सिंह की ही लापरवाही थी। वहीं, जब सिपाही को लगा कि उसका निलंबन हो जाएगा तो उसने एक झूठी कहानी गढ़ी और खुद को दूसरे शख्स से हमला करवाकर घायल हो लिया। इस घटना में पुलिस ने गैंगस्टर के साथ उसके अज्ञात साथियों और दो सिपाहियों पर भी केस दर्ज किया था।
इस मामले में पुलिस ने गैंगस्टर विनय के साथी सोनू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जबकि दोनों सिपाहियों को अदालत ने जमानत दे दी है। ज्ञात हो कि, बुधवार को हुई इस घटना में यह बात सामने आई थी कि अनुज प्रताप सिंह नाम का एक सिपाही गैंगस्टर विनय को लेकर कोर्ट में जा ही रहा था कि तभी चार बदमाश पीछे से आए और सिपाही के सिर पर ईंट से हमला कर दिया था।
हालांकि, जब इस मामले में दीवानी कोर्ट में सीसीटीवी फुटेज चेक की गई तो पाया गया कि सिपाही अनुज कुछ देर के लिए गैंगस्टर विनय को एक सिपाही के चैंबर की तरफ लेकर गया था। जब इस बारे में सिपाही अनुज से पूछताछ की गई तो पता उसने सारी बातें पुलिस टीम को बता दी।
इसी मामले में, पुलिस को एक और शिकायत सोनू नाम के शख्स से भी मिली थी, जिसने बताया था कि उसका मोबाइल फोन गैंगस्टर ने छीन लिया था। पुलिस को सोनू पर शक हुआ तो उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। सोनू और सिपाही के बातों में समानता दिखी तो पता चला कि सिपाही जब घंटे भर के लिए गैंगस्टर को लेकर गायब हुआ था तो वह (गैंगस्टर विनय) सोनू के फोन से ही किसी से बात कर रहा था।
इसके बाद ही विनय फरार हो गया था, इस घटना के बाद एसएसपी के आदेश पर थाना न्यू आगरा सिपाही अनुज प्रताप और लॉकअप मुंशी अनुराग राणा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। पुलिस को शक है कि फोन करने के बाद ही गैंगस्टर ने सारी साजिश रची है। ज्ञात हो कि आरोपी विनय पर 22 मुकदमे फिरोजाबाद में और 8 आगरा में दर्ज हैं।