कहते हैं कि जोड़ियां स्वर्ग में बनती है और अगर बात पैसों की हो तो दोबारा भी बन जाती हैं! असल में गाजियाबाद में सामूहिक विवाह का आयोजन में धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। यहां 6 महिलाओं ने पैसे की खातिर दोबारा शादी कर ली है। मामले का खुलासा तब हुआ जब उन्होंने फर्जी दस्तावेज जमा किए।

महिला के आधार पर लिखा था पति का नाम

जिस महिला ने दोबारा शादी की उसके आधार कार्ड पर पहले से ही पति का नाम लिखा था। यानी उस महिला की शादी पहले ही हो चुकी थी। असल में सरकारी योजना के अनुसार बेटियों की शादी कराने के लिए उन्हें 75,000 रुपये दिए जाते हैं। इसी का लाभ लेने के लिए 6 मजदूरों ने फर्जी दस्तावेज बनाकर अपनी बेटियों की दोबारा शादी कर दी। फिलहाल पुलिस ने सभी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

सभी महिलाओं की शादी पिछले साल नवंबर में हो चुकी थी

जिन छह लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है उन सभी ने अपनी बेटियों की शादी पिछले साल नवंबर में गाजियाबाद में कर दी थी। इस साल जनवरी में फाइलों की छानबीन के दौरान अधिकारियों ने छह मजदूरों के जमा कराए गए कई दस्तावेजों में गलतियां पाईं।

जमा किए गए आधार कार्ड में से एक में महिला के पति का नाम था। इसका मतलब है कि उसकी पहले शादी हो चुकी थी और केवल पैसे पाने के लिए वह दोबारा शादी के बंधन में बंधी थी।

विभाग से जारी किया रिकवरी नोटिस

श्रम विभाग ने उनके खिलाफ जांच शुरू की तो मामले का खुलासा हुआ। अधिकारियों का कहना है कि “हमने उन्हें रिकवरी नोटिस जारी किया। उन्होंने अभी तक पैसा वापस नहीं किया है। इसलिए हमारे पास उन मजदूरों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। हम इन फाइलों को नए सिरे से देख रहे हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इस तरह की और धोखाधड़ी हुई है।