देश में सोशल मीडिया पर गलत जानकारी फैलाने व समाज में अलगाव पैदा करने वालों से पुलिस सख्ती से निपट रही है। इसी क्रम में फरीदाबाद पुलिस ने जिले में कथित ‘गोहत्या‘ के संबंध में भ्रामक कंटेंट पोस्ट करने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

फरीदाबाद पुलिस ने मामले में बताया कि समाज में विद्वेष फैलाने के मकसद से सोशल मीडिया पर दो वीडियो पोस्ट किये गए थे। वीडियो में दावा किया गया था कि मृत गायों के अवशेष सूरजकुंड इलाके में पड़े हुए हैं। मामले में गिरफ्तार दोनों आरोपियों की पहचान दिल्ली निवासी कमल तंवर और पलवल निवासी योगेश के रूप में हुई है। योगेश एक यूट्यूब चैनल भी ऑपरेट करता है।

फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि, मामले में जांच से पता चला है कि एक ठेकेदार द्वारा मृत जानवरों के कंकालों को सही ढंग से निस्तारित न करने के कारण यह अवशेष खुली जगह पर पड़े थे। संबंधित ठेकदार को जिले में मृत पशुओं के शवों के सही ढंग से निस्तारण का ठेका मिला था। सूबे सिंह के मुताबिक, ठेकेदार पर एफआईआर दर्ज कर बाद में उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया।

https://youtu.be/AoVDge1TTMk

पुलिस ने कहा- जांच में सामने आया है कि सोशल मीडिया चैनलों पर चलाए जा रहे वीडियो में कथित गोहत्या के आरोप बेबुनियाद हैं। बीती चार फरवरी को जब फरीदाबाद पुलिस की साइबर क्राइम सेल की सोशल मीडिया मॉनिटरिंग टीम ने शिकायत की थी, तभी चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया था।

सोशल मीडिया पर भ्रामक कंटेंट पोस्ट करने के मामले में आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 153-ए (धर्म, जाति और भिन्न वर्गों के बीच वैमनस्य पैदा करने) और 295-ए ( जानबूझकर समाज में विद्वेष फैलाने, किसी की आस्था/ धार्मिक भावनाएं आहत करने) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

फरीदाबाद पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने अपने बयान में कहा कि – “कुछ लोगों ने सोशल मीडिया के अलग-अलग मंचों (यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर) के हैंडल पर भ्रामक जानकारी साझा कर भावनाओं को आहत करने का काम किया है।” अभी मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस ने कहा है कि सोशल मीडिया पर गलत सूचना या भ्रामक कंटेंट साझा करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।