Mumbai Police: मुंबई के भांडुप पुलिस स्टेशन के एक सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर से कथित तौर पर रंगदारी वसूलने की कोशिश करने के आरोप में मुंबई पुलिस ने कानपुर के एक 39 साल के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने कहा कि आरोपी पहले एक पुलिस मुखबिर था। उसने कथित तौर पर अन्य वरिष्ठ पुलिस निरीक्षकों से भी पैसे ऐंठने की कोशिश की है। क्योंकि इसी तरह का अपराध विले पार्ले पुलिस स्टेशन में भी दर्ज है। वहां शिकायत करने वाला एक ऑर्केस्ट्रा बार का मालिक है।

मुंबई में पुलिस मुखबिर के रूप में भी काम कर चुका है आरोपी

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक आरोपी की पहचान जयेश सावंत के रूप में हुई है। वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ कानपुर में रहता है। मूल रूप से महाराष्ट्र के मालवन का रहने वाला आरोपी कई वर्षों से मुंबई में रह चुका है। यहां वह पुलिस मुखबिर के रूप में भी काम कर चुका है। पुलिस ने कहा कि शिकायत करने वाले भांडुप पुलिस स्टेशन के एक वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दत्तात्रेय खंडागले को पहली बार 20 जुलाई को उसका एक फोन आया था।

खुद को नेशनल न्यूज नेटवर्क का चीफ एडिटर बताकर मांगी रकम

द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए खंडागले ने कहा, “कॉल करने वाले ने दावा किया कि वह एक राष्ट्रीय समाचार संगठन (National News Network) का मुख्य संपादक है। उसने आरोप लगाया कि वह मेरे अधिकार क्षेत्र में होने वाली गतिविधियाँ और कुछ अवैध कामों के बारे में जानता था।” इसके बाद सावंत ने एक ऑर्केस्ट्रा बार का वीडियो भेजा जो इजाजत के घंटों के बाद भी चालू था और कुछ अवैध गतिविधियों में लिप्त था। बाद में उसने इसे अपने टेलीविजन न्यूज चैनल पर चलाने की धमकी दी। इसकी आड़ में ही उसने खंडागले से रकम की मांग की।

आरोपी ने मांगे एक लाख, मोलभाव के बाद 30 हजार में तय हुई डील

पुलिस ने कहा कि आरोपी ने शुरू में खंडागले से एक लाख रुपये की मांग की और चूंकि पुलिस अधिकारी को ऐसे मामलों की जानकारी थी। इसलिए उन्होंने औपचारिक शिकायत दर्ज करने का फैसला किया। भांडुप पुलिस स्टेशन में जबरन वसूली का मामला दर्ज किया गया था। इसके अलावा वह जाल बिछाने और आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए सावंत के संपर्क में था। खंडागले ने कहा, “एक लाख रुपये की शुरुआती मांग के बाद भी हम उसके संपर्क में रहे और मोलभाव कर 30,000 रुपये पर बात तय किया।”

पुलिस टीम ने काफी मुश्किल से आरोपी को कानपुर में गिरफ्तार किया

एक पुलिस टीम उस आरोपी का पता लगाने के लिए काम कर रही थी। पुलिस टीम को कानपुर में उसके ठिकाने का पता करने में कामयाबी मिली। पुलिस ने बताया कि आरोपी को उसके आवास से पकड़कर थाने लाया गया। पूछताछ के दौरान उसने अपराध कबूल कर लिया और फिर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। खंडागले ने आगे कहा कि सावंत ने विले पार्ले में भी इसी तरह की जबरन वसूली की कोशिश की थी।

दो ऑर्केस्ट्रा बार मालिकों से की अवैध उगाही, विले पार्ले पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज

इससे पहले 23 जुलाई को दर्ज किए गए मामले में सावंत ने विले पार्ले पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र में संचालित होने वाले दो ऑर्केस्ट्रा बार मालिकों से 45,000 रुपये की उगाही की। शिकायत करने वाले ने आरोप लगाया था कि सावंत ने शुरू में 45,000 रुपये की मांग की और बाद में जब वह ऑर्केस्ट्रा बार की नकारात्मक खबरें और वीडियो प्रसारित करने की धमकी देकर पैसे मांगता रहा, तो मालिक ने विले पार्ले पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई।

कानपुर के ऑर्केस्ट्रा बार में काम करने वाली महिला से हुई है आरोपी की शादी

पुलिस ने बताया कि सावंत की शादी कानपुर के एक ऑर्केस्ट्रा बार में काम करने वाली महिला से हुई है। वह कुछ स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित है। इसलिए अपने मेडिकल खर्चे को पूरा करने के लिए उसने पुलिस अधिकारियों को धमकाने और उनसे पैसे वसूलने का फैसला किया। जांच से जुड़े एक अधिकारी ने कहा, “चूंकि वह एक पुलिस मुखबिर भी रहा है, इसलिए उसे पता है कि पुलिस विभाग में चीजें कैसे चलती हैं।”

Mukesh Ambani को अफजल ने दी जान से मारने की धमकी, Mumbai Police की जांच में निकला ज्वैलर विष्णु | Video

विधानसभा सत्र के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को धमकी देने की प्लानिंग

जांच अधिकारी ने आगे कहा, “उसने शहर के चार से पांच अन्य पुलिस स्टेशनों के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षकों से पैसे वसूलने की कोशिश की है। हमें उसके खाते में लेनदेन के बारे में पता चला है। कई बार मालिकों ने उसे पैसे ट्रांसफर किए हैं।” एक वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी ने कहा कि सावंत राज्य में विधानसभा सत्र के समय वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को धमकी देने की प्लानिंग कर रहा था, क्योंकि हर कोई उस दौरान विवादों से दूर रहना चाहता है और उसे आसानी से पैसा मिल जाता।