पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता से जुड़ी कोलकाता और उसके आसपास पांच जगहों पर छापेमारी की। इस छापे में ईडी की टीमें उत्तर 24 परगना जिले के बेलघोरिया स्थित पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के आवास पर पहुंचीं। ईडी ने बीते शनिवार को ही पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता को अरेस्ट किया था।
अर्पिता के बेलघोरिया फ्लैट पर रेड
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पांच अधिकारियों ने केंद्रीय बलों के कर्मियों के साथ मुखर्जी के बेलघोरिया फ्लैट पर तलाशी अभियान चलाया। यह घर पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी का है। अर्पिता का दक्षिण कोलकाता में एक और घर है, जहां से ईडी के अधिकारियों ने पिछले सप्ताह छापेमारी के दौरान करीब 22 करोड़ रुपये नकद, 20 से अधिक मोबाइल फोन और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए थे।
पार्थ चटर्जी कर रहे आनाकानी
यह कार्रवाई ईडी के अधिकारियों द्वारा एसएससी घोटाले के बारे में मुखर्जी से पूछताछ के एक दिन बाद हुई है। अदालत ने मुखर्जी को तीन अगस्त तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है। जहां एक तरफ पार्थ चटर्जी पूछताछ के दौरान आनाकानी कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ अर्पिता मुखर्जी ने कई खुलासे किए।
अर्पिता बोली- मेरे घर को मिनी बैंक की तरह किया यूज
ईडी अधिकारियों ने पार्थ चटर्जी से घर से जब्त एडमिट कार्ड की फोटोकॉपी, अपॉइंटमेंट लेटर और संपत्तियों के बारे में पूछा तो वहीं अर्पिता ने पूछताछ में बताया कि पार्थ उनके घर को मिनी बैंक की तरह इस्तेमाल कर रहे थे। सूत्रों के अनुसार, पार्थ की करीबी अर्पिता मुखर्जी ने पूछताछ में कुछ अहम जानकारियां दी हैं।
TMC विधायक माणिक से भी पूछताछ
इसी भर्ती घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने टीएमसी विधायक माणिक भट्टाचार्य को भी समन भेजा था। जिसमें ईडी ने माणिक को बुधवार को दोपहर 12 बजे से पूछताछ के लिए बुलाया था। जानकारी के मुताबिक, माणिक भट्टाचार्य से सुबह 11 बजे से पूछताछ शुरू कर दी गई थी। ज्ञात हो कि केंद्रीय एजेंसी ने भट्टाचार्य के घर की 22 जुलाई को तलाशी ली थी और उन्हें पूछताछ के लिए पेश होने कहा था।