प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शनिवार को बड़ी कार्रवाई की। ईडी ने शनिवार को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत दर्ज पैराबोलिक ड्रग्स मामले में अशोक विश्वविद्यालय के सह-संस्थापक प्रणव गुप्ता और विनीत गुप्ता सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद तीनों को 5 दिन की ED की कस्टडी में भेज दिया गया।

सूत्रों के मुताबिक पैराबोलिक ड्रग्स लिमिटेड और उसके निदेशक प्रणव गुप्ता और विनीत गुप्ता ने 1,600 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी की। संस्थापकों के अलावा चार्टर्ड अकाउंटेंट एसके बंसल को भी ईडी ने गिरफ्तार किया गया है। यह घटनाक्रम प्रणव और विनीत से जुड़े परिसरों पर ईडी द्वारा छापेमारी के एक दिन बाद आया है। मुंबई और दिल्ली सहित कई स्थानों पर 17 स्थानों पर तलाशी ली गई थी।

अशोक यूनिवर्सिटी ने शुक्रवार को इस मामले पर एक बयान जारी किया। बयान में कहा गया, “अशोका यूनिवर्सिटी का पैराबोलिक ड्रग्स के साथ कोई अतीत या वर्तमान संबंध नहीं है। जिस कंपनी की जांच की जा रही है और लिंक बनाने का कोई भी प्रयास बिना किसी आधार के किया जा रहा है वह भ्रामक है।” हालांकि विश्वविद्यालय ने अपने बयान में कहा कि अशोक विश्वविद्यालय के 200 से अधिक संस्थापक और दानकर्ता हैं और विनीत गुप्ता और प्रणव गुप्ता उनमें से हैं।

अशोका यूनिवर्सिटी ने अपने बयान में कहा था कि कोई भी व्यक्ति, परिवार या कॉर्पोरेट समूह इसका मालिक या इस पर नियंत्रण नहीं रखता है। इसका प्रबंधन एक ट्रस्ट और एक स्वतंत्र गवर्निंग बॉडी द्वारा किया जाता है, जो कि बिना किसी खामी के और नौतिक मानकों का पालन करते हैं।

कांग्रेस नेताओं के यहां भी छापे

राजस्थान में विधानसभा चुनावों से पहले ईडी की कार्रवाई ने कांग्रेस को परेशान कर दिया। ईडी ने गुरुवार सुबह पेपर लीक मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के ठिकानों पर छापे मारे। प्रदेश में ईडी की टीम डोटासरा समेत महवा विधायक ओम प्रकाश हुडला और उनके सहयोगी राजेंद्र गुप्ता, सुभाष बालाहेडी, बिजनेस सहयोगियों के ठिकानों पर भी छापे मारे गए हैं। पहली बार ईडी ने डोटासरा के घर छापेमारी की है। ईडी की कार्रवाई का कांग्रेस नेताओं ने विरोध किया।