लॉरेंस बिश्नोई का नाम इन दिनों चर्चा में है खासकर मुंबई के गलियारों में। पहले सलमान खान के घर पर फायरिंग और अब बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है। जेल में बंद महज 31 साल का गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई 700 शूर्टस के साथ मिलकर गैंग चला रहा है। लॉरेंस बिश्नोई जब पांच साल का था उस समय राजस्थान में सलमान खान से जुड़ा काला हिरण शिकार का मामला फिल्म ‘हम साथ-साथ हैं’ की शूटिंग के दौरान हुआ था। इस घटना के कारण बिश्नोई समाज काफी नाराज हो गया। छब्बीस साल बाद जेल में रहते हुए भी कुख्यात गैंगस्टर का सलमान के प्रति गहरा आक्रोश सुर्खियों में बना हुआ है। फिलहाल लॉरेंस बिश्नोई साबरमती जेल में बंद है। बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के बाद केंद्र सरकार ने लॉरेंस बिश्नोई के ऊपर जेल में लगी सख्त पाबंदियां एक साल के लिए और बढ़ा दी हैं।
इन सारों मामलों के बीच श्वेता श्रीमाली का नाम सुर्खियों में हैं। असल जिस जेल में लॉरेंस बिश्नोई बंद है वहां डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीआईजी) के तौर पर आईपीएस अधिकारी श्वेता श्रीमाली की नियुक्त हैं, वे ही कमान संभाल रही हैं। लोग इन्हें लेडी सिंघम कहते हैं। कहा जाता है कि कैदी इनके नाम से ही थर-थर कांपते हैं। लेडी सिंघम श्वेता दिवासी बहुल डांग जिले की एसपी रह चुकीं हैं, उनकी चर्ता तेजतर्रार अफसर के रूप में होती है। इसी कारण उन्हें साबरमती जेल की जिम्मेदार सौंपी गई।
तेज तर्रार है श्वेता श्रीमाली की छवि
2010 बैच की आईपीएस श्वेता श्रीमाली का जनवरी में प्रमोशन हुआ था, जिसके बाद मई में ट्रांसफर के बाद उन्हें साबरमती जेल भेजा गया था। श्वेता इससे पहले अहमदाबाद की एसपी थीं। बता दें कि गुजरात में कई जेल हैं लेकिन साबरमती जेल में सभी प्रोफाइल कैदियों को रखा जाता है। अतीक अहमद भी इसी जेल में बंद था। माना जा रहा था कि लॉरेंस बिश्नोई पर लगी सख्त पाबंदियों के तहत जेल के बाहर उससे पूछताछ नहीं की जा सकती है। ऐसा माना जा रहा था कि मुंबई पुलिस लॉरेंस बिश्नोई से मामले में पूछताछ कर सकती है।
बता दें कि डीआईजी श्वेता श्रीमाली के पति सुनील जोशी भी आईपीएस अधिकारी हैं, वे गुजरात एटीएस में तैनात हैं। ऐसी खबरें आई हैं कि वह जेल में बैठकर अपना गैंग चलाता है। हालांकि जेल के अधिकारियों ने इस बात को नकार दिया है। डीआईजी श्वेता श्रीमाली का कहना है कि लॉरेंस के पास कोई भी मोबाइल फोन या ऐसा कुछ भी नहीं है कि वह किसी से संपर्क कर सके।
लॉरेंस के हर मूवमेंट पर कड़ी नजर
डीआईजी श्वेता श्रीमाली की निगरानी में लॉरेंस साबरमती जेल के हाई-सिक्योरिटी वार्ड बंद है। डीआईजी श्वेता श्रीमाली उसकी हर हरकत पर नजर रखती हैं। एक और साल तक लॉरेंस का ट्रांसफर दूसरे जेल में नहीं हो सकता है, इसकी जानकारी श्वेता श्रीमाली दी। श्वेता श्रीमाली का कहना है कि अगर पुलिस या अधिकारी लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ करना चाहते हैं तो उन्हें कोर्ट का आदेश लेकर आना होगा। उसके खिलाफ चल रही किसी भी तरह की जांच को जेल के भीतर ही अंजाम देना होगा। उन्होंने बताया कि फिलहाल उनके पास इस तरह का कोई भी निवेदन नहीं आया है।
दरअसल, सलमान के करीबी माने जाने वाले महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता बाबा सिद्दीकी (66) की पिछले हफ्ते मुंबई में तीन हमलावरों द्वारा गोली मारकर हत्या के बाद बिश्नोई गैंग का नाम सामने आया है। मुंबई पुलिस को आशंका है कि सिद्दीकी की हत्या बिश्नोई के इशारे पर की गई, क्योंकि फेसबुक पर एक पोस्ट सामने आया था जिसमें दावा किया गया कि ‘‘जो सलमान खान और दाऊद गैंग की मदद करेगा, अपना हिसाब-किताब लगाकर रखना।’’ ये टिप्पणियां शुबू लोनकर नामक व्यक्ति ने पोस्ट की थीं, जिसके बारे में पुलिस को शक है कि वह बिश्नोई गैंग का सहयोगी शुभम रामेश्वर लोनकर है।