देवरिया के रुद्रपुर इलाके में जमीनी विवाद को लेकर हुई हिंसा मामले में 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार, फतेहपुर गांव के लेहड़ा टोले में पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेम चंद यादव की सोमवार को हत्या कर दी गई थी। रिपोर्ट के अनुसार, प्रेम चंद यादव की हत्या का आरोप प्रतिद्वंद्वी सत्यप्रकाश दुबे और उनके परिवार लगा। इसके बाद यादव का परिवार बदला लेने के लिए दुबे के घर पर धावा बोल दिया। इस हमले के दौरान दुबे और उनकी पत्नी और तीन बच्चों सहित उनके परिवार के पांच लोगों की हत्या कर दी गई थी।

बच्चे का हाल जानने अस्पताल पहुंचे सीएम योगी

सूत्रों के मुताबिक इस मामले में अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस वारदात में दुबे का 8 साल बेटा अनमोल घायल हो गया। उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है, जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज ही अस्पताल में उससे मुलाकात करके उसका हालचाल लिया था।

77 लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ मामला

मामले में पुलिस क्षेत्राधिकारी जिलाजीत सिंह ने कहा कि दुबे और उनके परिवार के चार सदस्यों का सोमवार शाम को रामपुर कारखाना इलाके में पटनवा पुल के पास अंतिम संस्कार किया गया, जबकि यादव की अंत्येष्टि सरयू नदी के पास की गई। उन्होंने कहा कि दुबे की बड़ी बेटी शोभिता द्विवेदी द्वारा 27 नामजद और 50 अज्ञात सहित 77 लोगों के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 302 (हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) के अलावा अन्य धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस क्षेत्राधिकारी जिलाजीत सिंह ने बताया कि प्रेम चंद यादव पक्ष की ओर से अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई है।

प्रेम यादव के घर पर चल सकता है बुलडोजर

रुद्रपुर के उप जिलाधिकारी योगेश कुमार ने बताया कि ऐसी सूचना मिली है कि यादव ने सरकारी जमीन पर अपना घर बनाया है। अगर यह बात सच पाई गई तो इसे तोड़ा जा सकता है। देवरिया के जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने कहा था कि दो समूहों के बीच विवाद के बाद घटना की जानकारी मिली है। उन्होंने सोमवार को कहा, ”घटना के पीछे का कारण गांव के दो परिवारों के बीच लंबे समय से चल रहा भूमि विवाद बताया गया है। सत्य प्रकाश दुबे के भाई साधु दुबे ने अपनी जमीन प्रेम चंद यादव को बेच दी थी और मामला सात साल पहले सुलझ गया था।” फिलहाल मामले में आगे की कार्रवाई चल रही है।