गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के मुख्य पुजारी और हरिद्वार में अभद्र भाषण के मामले में आरोपी यति नरसिंहानंद ने रविवार को एक बार फिर से भड़काऊ भाषण दिया है। यति नरसिंहानंद, दिल्ली के बुराड़ी मैदान में बोल रहे थे, जहां हिंदू महापंचायत का आयोजन किया गया था। यहां उन्होंने हिंदुओं को अपने अस्तित्व के लिए लड़ने के लिए हथियार उठाने का भी आह्वान किया।

दिल्ली के बुराड़ी मैदान में हिंदू महापंचायत के आयोजन में यति नरसिंहानंद ने कहा कि अगर भारत में कोई मुस्लिम प्रधानमंत्री बनता है तो अगले 20 सालों में 50 प्रतिशत हिंदू धर्मांतरित हो जाएंगे। दिल्ली के बुराड़ी मैदान में आयोजित इस हिंदू महापंचायत में रविवार को करीब 200 लोग हिस्सा लेने के लिए जमा हुए थे। इस कार्यक्रम का आयोजन सेव इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक प्रीत सिंह ने किया था।

सेव इंडिया फाउंडेशन के संस्थापक प्रीत सिंह वही शख्स हैं, जिन्होंने पिछले साल जंतर-मंतर पर एक कार्यक्रम किया था। उस वक्त भी कार्यक्रम में मुस्लिम विरोधी नारे लगाए गए थे। तब दिल्ली पुलिस ने प्रीत सिंह को उस मामले में गिरफ्तार भी किया था और फिलहाल वह जमानत पर बाहर हैं। वहीं, डासना देवी मंदिर के मुख्य पुजारी यति नरसिंहानंद भी हरिद्वार मामले में जमानत पर बाहर हैं।

हिंदू महापंचायत को संबोधित करते हुए नरसिंहानंद ने यह भी कहा कि “अगर भारत में कोई मुस्लिम पीएम बनेगा तो 40 फीसद हिंदू मारे जाएंगे। यदि आप इसे बदलना चाहते हैं, तो एक मर्द बनो। एक आदमी होना क्या है? मर्द वो है जो अपने पास हथियार रखे। वहीं, दिल्ली पुलिस ने कहा है कि कार्यक्रम के आयोजन की अनुमति नहीं थी। प्रीत सिंह के ट्विटर अकाउंट के मुताबिक, इस साल 4 जनवरी से इस इवेंट की प्लानिंग की गई थी।

इस कार्यक्रम के दौरान एक मामला और सामने आया जब कुछ पत्रकारों ने आरोप लगाया कि उनके साथ मारपीट की गई। साथ ही कुछ ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें दिल्ली पुलिस ने कार्यक्रम स्थल से हिरासत में लिया और मुखर्जी नगर पुलिस स्टेशन ले जाया गया। हालांकि दिल्ली पुलिस ने इस आरोप से इनकार किया है।

डीसीपी नॉर्थ वेस्ट उषा रंगरानी ने कहा कि कुछ पत्रकार अपनी मर्जी से ही, भीड़ से बचने के लिए जो उनकी उपस्थिति से उत्तेजित हो रही थी, कार्यक्रम स्थल पर तैनात पीसीआर वैन में बैठ गए और सुरक्षा कारणों से पुलिस स्टेशन जाने का विकल्प चुना। किसी को हिरासत में नहीं लिया गया। उन्हें उचित पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई।